संपादक :- दीपक मदान
हरिद्वार 2 जुलाई
आज इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी ऑफ इंडिया हरिद्वार चैप्टर की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन एस एम जे एन पी जी कॉलेज हरिद्वार में चैप्टरअध्यक्ष इंजीनियर मधुसूदन आर्य की अध्यक्षता में की गई। बैठक में अध्यक्ष मधुसूदन आर्य द्वारा भारत सरकार द्वारा द्वारा उठाए गए सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबन्धित किये जाने के निर्णय हेतु आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि इससे पर्यावरण संरक्षण को मदद मिलेगी और ग्लोबल वार्मिंग से भी बचा जा सकेगा। मधुसूदन आर्य ने बताया कि नेशनल कन्वेंशन नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हरिद्वार चैप्टर के प्रस्ताव पर हरिद्वार के कोषाध्यक्ष डॉ सुनील कुमार बत्रा को चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिल का सदस्य मनोनीत किया गया सदस्यों की कुल संख्या देश में 11 ही होती है अतः यह हरिद्वार चैप्टर के लिए बहुत हर्ष का विषय है कि डॉ सुनील बत्रा का हरिद्वार से मनोनयन हुआ है इस अवसर पर डॉ सुनील बत्रा को एक स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया गया। रीजनल अधिवेशन हरिद्वार में आयोजित करने के बारे में विचार विमर्श किया गया जो कि अक्टूबर माह में आयोजित किया जाना प्रस्तावित है तथा इसमें एक स्मारिका का प्रकाशन भी किए जाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुआ है जिसमें पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ सुनील बत्रा एवं सम्पादक विश्वास सक्सेना को बनाया गया। बैठक में आर्य प्रवीण वैदिक ने भारत सरकार की प्रस्तावित हर घर तिरंगा योजना के अंतर्गत भारतीय ध्वज उपलब्ध करवाने का वचन दिया है जिसका वितरण इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी ऑफ इंडिया के हरिद्वार चैप्टर द्वारा एसएम जे एन पीजी कॉलेज के छात्र छात्राओं को किया जाएगा जिससे कि हर घर तिरंगा पहुंच सकें बैठक में आगामी हरेला पर्व के अंतर्गत एस एम जे एन कॉलेज के खेलकूद मैदान में ग्रीन बेल्ट विकसित करने हेतु एक सघन पौधारोपण का कार्यक्रम हरिद्वार विकास प्राधिकरण ,वन विभाग तथा हरिद्वार नागरिक मंच एवं इंटरनेशनल गुडविल सोसायटी ऑफ इंडिया हरिद्वार चैप्टर के संयुक्त तत्वाधान में चलाया जाएगा।
आज बैठक में इंजीनियर मधुसूदन आर्य , आर्य प्रवीण वैदिक, डॉ सुनील कुमार बत्रा , विश्वास सक्सेना , सुरेंद्र ठाकुर , वैभव बत्रा, वेद प्रकाश चौहान, हेमंत नेगी, जगदीश लाल पाहवा, कुलभूषण , सर्वेश गुप्ता, डॉ महेंद्र आहूजा, विमल गर्ग आदि उपस्थित रहे। अन्त में डा बत्रा द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया।