नवीन शर्मा की रिपोर्ट
“ऑपरेशन मुक्ति”- भिक्षा नहीं, शिक्षा दें।
Support to educate a child.
पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड,अशोक कुमार की पहल पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवंत चौहान जनपद पौड़ी गढ़वाल के नेतृत्व में, अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर चंद सुयाल व क्षेत्राधिकारी ,क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन कोटद्वार/ नोडल अधिकारी वैभव सैनी के निकट निर्देशन में एवम प्रभारी निरीक्षक ahtu, कोटद्वार राजेंद्र सिंह खोलिया के प्रभार में 02 माह लिए प्रदेश स्तर पर चलाए जा “ऑपरेशन मुक्ति” इस अभियान की थीम “भिक्षा नहीं शिक्षा दें” व ” support to educate a chaild ” है।
वर्तमान में “ऑपरेशन मुक्ति” के तहत उत्तराखंड पुलिस द्वारा ऐसे शिक्षा से वंचित बालकों को चिन्हित तथा इनके माता – पिता एवम सामाजिक कार्यकर्ता,स्कूल,कॉलेज के अध्यापक और विधार्थियों को इन बालकों का सहयोग करने के लिए उत्साहित किया जा रहा है, जो बालक या तो भीख मांग रहे है या पढ़ाई छोड़कर अन्य कोई काम कर रहे है।
आज दिनांक 5-9-22 को उत्तराखंड पौड़ी टीम के उप निरीक्षक v कृपाल सिंह,हैड कांस्टेबल योगेंद्र सिंह,कांस्टेबल आशीष बिष्ट के द्वारा कोटद्वार थाना क्षेत्र के राजकीय इंटर कॉलेज कोटद्वार और राजकीय प्राइमरी विद्यालय कोडिया में शिक्षक दिवस के अवसर पर ऐसे बालक और बालिकाओं का स्कूल में दाखिला कराया गया जो या तो गरीबी के कारण या या अज्ञानता के कारण या अच्छा संरक्षक ना होने के कारण स्कूल के दरवाजे से अपना मुख मोड़ रहे थे। जैसे ही उत्तराखंड पौड़ी ऑपरेशन मुक्ति टीम पूर्व से चिन्हित किए गए बालकों के घर पर जैसे ही जा रही थी तो एक बुजुर्ग महिला ने रोककर कहा कि सर ये तीन लड़कियां जो जा रही है। इनके परिजन इनको स्कूल नहीं जाने देते है। बालिकाओं को रोककर जब पौड़ी टीम के उप निरीक्षक व कृपाल सिंह द्वारा पूछा गया की क्या आप बच्चों पढ़ना चाहते हो तो बालिकाओं ने एक साथ कहा की हम तो पढ़ना चाहते है,लेकिन घर वाले हमको लडकी होने के कारण स्कूल नहीं भेजते है। हम पहले स्कूल जाते थे,लेकिन अब नहीं जाते है। पौड़ी टीम ने तुरंत ही बालिका की मम्मी और पापा को विश्वाश में बालिकाओं के उत्थान के लिए स्कूली सरकारी लाभकारी नीतियों से अवगत कराया तो माता पिता बालिकाओं को स्कूल भेजने के लिए राजी हो गए।
एक बालक के पिता का देहांत हो गया था और उसकी माता मानसिक रूप से बीमार है। इस प्रकार आज अलग – अलग स्कूलों में 09 बालकों का दाखिला कराया गया।
दाखिले के दौरान स्कूलों के प्रिंसिपल और प्रधानाध्यापक व अन्य टीचरों ने बहुत ही उत्साह के साथ बालकों का अपने अपने स्कूलों में दाखिला दिया। इस मौके पर राजकीय इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल जगमोहन सिंह रावत द्वारा ऑपरेशन मुक्ति की तारीफ करते हुए कहां की जिन बालकों के परिजनों के बालकों को हम स्कूली शिक्षा से नहीं जोड़ पाए थे,आज उत्तराखंड पुलिस से उनको शिक्षा पर सबका अधिकार से जोड़ दिया है।
प्रधान अध्यापक रेखा डबराल के द्वारा ऑपरेशन मुक्ति टीम द्वारा आग्रह किया गया कि आप हमारे स्कूल के छात्र एवम इनकी माताओं को अपने बालकों को समय से स्कूल भेजने के लिए थोड़ा समझा दोगे तो अच्छा होगा।
उत्तराखंड जनपद पौड़ी ऑपरेशन मुक्ति टीम के बालकों को स्कूल भेजने के कार्यक्रमों की स्थानीय जनता व मीडिया द्वारा काफी प्रसंशा की जा रही है।