आवारा पशुओं की रोकथाम में नगर निगम भी फेल। सामाजिक कार्यकर्ता महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने पशुओं में विशेषकर गायों में बढ़ती लम्पी बीमारी के बावजूद सुध न लेने वाले पशु पालन स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम पर कार्यवाही की मांग को मुख्य सचिव को पत्र लिखकर गैर जिम्मेदार विभागों को प्रभावी कदम उठाए जाने को निर्देशित करने की मांग की । सुनील सेठी ने कहा कि खड़खड़ी उतरी हरिद्वार , मध्य हरिद्वार सम्पूर्ण हरिद्वार जिले में लम्पी बीमारी से ग्रसित गाय घूम रही है जिनकी संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है।जानकारी होने के बावजूद उनका कोई इलाज नही किया जा रहा कई गौशाला में भी बीमारी से ग्रसित गायों की सूचनाएं मिल रही है कई गाय मर चुकी है लेकिन बड़े बड़े वेतन और पशु पालन के नाम पर खुले दफ्तर कुम्भकर्णी नींद में सोए हुए है। न तो आवारा पशुओं पर लगाम लगाने वाले नगर निगम की नींद टूट रही है न ही पशु पालन स्वास्थ्य विभाग की। एक तरफ गाय माता के नाम पर बड़े बड़े संग़ठन बड़े बड़े नेता इनकी देख रेख का जिम्मा सम्भालने के दावे करते है दूसरी तरफ जब गाय पर संकट आया तो कोई ठोस उपाय उपचार हेतु सब नदारद है जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। क्यों अब तक विभागों द्वारा बीमारी से ग्रसित गायों के उपचार हेतु युद्ध स्तर पर कार्यरत टीमों का गठन नही किया गया क्यो अब तक जगह जगह गौशालाओ में जाकर पशुओं की जांच कर बीमारी रोकने के लिए प्रभावी कदम नही उठाये गए ये सभी सवाल सरकार और गाय पशु पालन विभाग सामाजिक संघटनो की भी कार्यशैली को दर्शाते हैं। जिस प्रकार गायों में तेजी से रोग फैल रहा है वो एक बड़ा रूप लें लेगा जब इलाज असम्भव होगा और गायों की मौत की संख्या बढ़ जाएगी । मुख्य सचिव से मांग करते है कि दोनों विभागों को निर्देशित करते हुए लम्पी बीमारी रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने को निर्देशित करे एवं गैर जिम्मेदार अधिकारियों के वेतन पर रोक लगाई जाए। मांग करने वालों में मुख्य रूप से महानगर अध्यक्ष जितेंद्र चौरसिया,महामंत्री नाथीराम सैनी,उपाध्यक्ष सुनील मनोचा, मुकेश अग्रवाल, राजेश कुमार,विनोद कुमार, उमेश चौधरी, राजेश भाटिया, भूदेव शर्मा, धर्मपाल प्रजापति, एस एन तिवारी, अनिल कुमार,गौरव गौतम, मनोज ठाकुर, सोनू चौधरी,महेश सिंह रहें।