December 23, 2024 9:14 pm

December 23, 2024 9:14 pm

उत्तराखंड पुलिस के ऑपरेशन मुक्ति अभियान को बताया एक अनोखा अभियान।

नवीन शर्मा की रिपोर्ट

पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड, अशोक कुमार की पहल पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवंत चौहान जनपद पौड़ी गढ़वाल के नेतृत्व में, अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर चंद सुयाल व क्षेत्राधिकारी ,क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन कोटद्वार/ नोडल अधिकारी वैभव सैनी के निकट निर्देशन में एवम प्रभारी निरीक्षक ahtu, कोटद्वार राजेंद्र सिंह खोलिया के प्रभार में 02 माह लिए प्रदेश स्तर पर चलाए जा ऑपरेशन मुक्ति इस अभियान की थीम भिक्षा नहीं शिक्षा दें व support to educate a chaild है।
वर्तमान में ऑपरेशन मुक्ति के तहत उत्तराखंड पुलिस द्वारा ऐसे शिक्षा से वंचित बालकों को चिन्हित तथा इनके माता – पिता एवम सामाजिक कार्यकर्ता,स्कूल,कॉलेज के अध्यापक और विधार्थियों को इन बालकों का सहयोग करने के लिए उत्साहित किया जा रहा है, जो बालक या तो भीख मांग रहे है या पढ़ाई छोड़कर अन्य कोई काम कर रहे है।
आज दिनांक 28-9-22 को उत्तराखंड ऑपरेशन मुक्ति टीम के उप निरीक्षक v कृपाल सिंह व कांस्टेबल 168 मुकेश कुमार के द्वारा जनपद पौड़ी के कस्बा श्रीनगर में पूर्व से चिन्हित किए गए बालक/ बालिकाओं को स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए अलग -अलग स्थानों पर जाकर देखा और तलाश किया गया तो दिन के समय इनके परिजन जो घुमक्कड़ जाति के है,अपनी झुग्गी झोपड़ी में मौजूद नहीं थे। आस – पास जनता के व्यक्तियों ने बताया कि ये लोग शाम को अपनी को अपनी अपनी झोपड़ियों में मिलेंगे। ऑपरेशन मुक्ति पौड़ी टीम फिर आज शाम को दिन छिपे झुग्गी झोपड़ी के पास जाकर पूर्व से चिह्हित कर बनाई गई लिस्ट के अनुसार बालकों के नाम पूंछे गए तो 20 बालक/बालिकाएं मौजूद मिले। इन बालकों की माताओं को बताया गया कि आप अपने -अपने बालकों को सुबह 7 बजे से साढ़े सात बजे के बीच में स्कूल भेजने के लिए तैयार कर देना। हम आपके बच्चो का स्कूल में एडमिशन करा देंगे। इस दौरान इनकी झुग्गी झोपड़ी में लाइट नहीं थी। तभी इन लोगों ने बताया कि एक अध्यापक संगीता फरासी है। जो कुछ बालकों को पढ़ाती है। वो बहुत अच्छी है। इस बात को सुनकर कि कोई तो है जो अशिक्षा के अधेरे को इस मालिन बस्ती से मिटाने के लिए शिक्षा के दिए को तेज आंधियों में भी रोशन किए हुए है। ऑपरेशन मुक्ति पौड़ी टीम ने संगीता मेम से बातचीत की तो पाया कि इन्होंने पूर्व से इन्ही के एक बालक अंकुल पुत्र देवन को लगातार 8 वर्ष के प्रयास से बाल मजदूरी और भिक्षा जैसी कुरीति से मुक्त कराकर 10 क्लास में ओपन बोर्ड से पढ़ा रही है।अन्य बालकों को को भी शिक्षा की ओर ले जा रही है। पौड़ी टीम द्वारा उत्तराखंड पुलिस के ऑपरेशन मुक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए संगीता से अपील की गई कि आप अन्य बालकों को भी शिक्षा के बंधन में इन सभी बालकों को बंधवाने में उत्तराखंड पौड़ी ऑपरेशन मुक्ति टीम का सहयोग करे। जिसके लिए वह सहज स्वीकृति के साथ तैयार हो गई।
इसके साथ ही उन्होंने उत्तराखंड पुलिस के इस अभियान को एक अनोखा अभियान बताते हुए एक अध्यापक होने के नाते काफी प्रसंशा की।

 

 

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