सम्पादक :- दीपक मदान
आज दिनांक 31-10-2022 को सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज , सेक्टर 2, भेल, रानीपुर, हरिद्वार में सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर एवम सरदार वल्लभ भाई पटेल जी को पुष्पार्चन कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती नेहा जोशी ने किया। आपने भैया बहिनों को संबोधित कर बताया कि वल्लभभाई झावेरभाई पटेल (३१ अक्टूबर १८७५ – १५ दिसम्बर १९५०), जो सरदार पटेल के नाम से लोकप्रिय थे, एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। वे एक भारतीय अधिवक्ता और राजनेता थे, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और भारतीय गणराज्य के संस्थापक पिता थे जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए देश के संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाई और एक एकीकृत, स्वतंत्र राष्ट्र में अपने एकीकरण का मार्गदर्शन किया। भारत और अन्य जगहों पर, उन्हें अक्सर हिंदी, उर्दू और फ़ारसी में सरदार कहा जाता था, जिसका अर्थ है “प्रमुख”। उन्होंने भारत के राजनीतिक एकीकरण और 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान गृह मंत्री के रूप में कार्य किया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य रुद्र प्रताप शास्त्री ने कहा कि पटेल का जन्म नडियाद, गुजरात में एक लेवा पटेल(पाटीदार) जाति में हुआ था। वे झवेरभाई पटेल एवं लाडबा देवी की चौथी संतान थे। सोमाभाई, नरसीभाई और विट्टलभाई उनके अग्रज थे। उनकी शिक्षा मुख्यतः स्वाध्याय से ही हुई। लन्दन जाकर उन्होंने बैरिस्टर की पढाई की और वापस आकर अहमदाबाद में वकालत करने लगे। महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उन्होने भारत के स्वतन्त्रता आन्दोलन में भाग लिया। आपने बताया कि हमे भी पटेल जी के विचारों पर चलना चाहिए और हमारा प्रयास रहे कि हम भी राष्ट्र की एकता में सहयोग करें। कार्यक्रम की अगली कड़ी में विद्यालय के आचार्य दीपक कुमार ने पटेल के आंदोलनों पर प्रकाश डाला। आपका खेड़ा और बारदोली आंदोलन में प्रमुख योगदान रहा।
कार्यक्रम के अंत मे प्रधानाचार्य ने सभी को कहा कि भारत के एकीकरण में उनके महान योगदान के लिये उन्हे भारत का लौह पुरूष के रूप में पटेल को जाना जाता है। हम सबको भी पटेल के आदर्शों पर चलना चाहिए।
पटेल जयंती के उपलक्ष्य में आज विद्यालय के भैया बहिनों ने रन फ़ॉर यूनिटी में हिस्सा लिया । भैया बहिनों ने विदयालय से भल्ला कॉलेज तक दौड़कर सभी को एकता का संदेश दिया।