सम्पादक :- दीपक मदान
काशी में अनुष्ठान आत्म प्रकाशिका का पूज्य पाद ब्रह्मलीन दिव्यानंद पुरी महाराज के निर्वाण दिवस के अवसर पर संत सम्मेलन, शास्त्रार्थ चर्चा, भंडारा, विद्यार्थियों को पुस्तक वितरण अनेकानेक कार्य संपन्न हुए । इस अवसर पर सभी कार्यक्रम निर्माण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर राजगुरु बीकानेर स्वामी विवेकानंद भारती महाराज की अध्यक्षता में संपन्न हुए शंकराचार्य के पदों पर अनेकानेक शंकराचार्य को विद्यावान बनाकर के प्रतिष्ठित करने वाला अनेकानेक विश्वविद्यालयों को कुलपति एवं विभागाध्यक्ष आचार्य देने वाला तथा अटक से कटक एवं कश्मीर से कन्याकुमारी तक अनेकानेक आचार्य महामंडलेश्वर ओं को महामंडलेश्वर महामंडलेश्वर ओं को तथा महंत पंडित महात्माओं को गुलदस्ते की तरह सुशोभित करने वाला सन्यासी कॉलेज जिसका वर्तमान में पुनर्निर्माण हो रहा है। इस अवसर पर सभी महात्माओं ने भक्त अतिथि अतिथियों ने सन्यासी कालेज के पुनर्निर्माण के प्रति अत्यंत हर्ष और उत्साह दिखाया सभी के सहयोग से यह कार्यक्रम संपन्न होना है गोविंद मटकी परंपरा के अनुसार पूज्य पाद दिव्यानंद के संकल्प के अनुसार विद्वान जनों के मध्य शास्त्रार्थ चर्चा का विषय 3 घंटे तक रखा गया वर्णानाम् ब्राह्मणों गुरु सभी विद्वानों ने वेद पुराण महाभारत एवं स्मृतियों के द्वारा रोचक प्रमाणों से इस विषय की पुष्टि की इसके अतिरिक्त संत समागम हरि कथा का आयोजन रखा गया वाराणसी का प्रवास पूरा करते हुए विश्वनाथ दर्शन ललिता घाट दर्शन तथा दशाश्वमेध घाट दर्शन हरिश्चंद्र घाट दर्शन सभी घाटों के पुण्य प्राप्त करते हुए आचार्य श्री काशी वाराणसी का प्रवास पूरा करते हुए वेदांत सम्मेलन के लिए तथा पूज्य पाद ब्रह्मलीन स्वामी विष्णु देव आनंद गिरि जी महाराज किस वर्ष के निमित्त तथा पूज्य ब्रह्मलीन स्वामी शारदानंद जी महाराज के षोडशी के निमित्त दिल्ली और मैनपुरी पधारेंगे जहां सभी संतों का समागम आयोजित किया गया है बनारस विश्वविद्यालय में स्वामी जी महाराज गीता प्रवचन के लिए पधारे वहां पर गीता का प्रथम अध्याय से अट्ठारहवें अध्याय तक का विवेचन किया गया कर्म उपासना ज्ञान की स्थिति का व्याख्यान स्वामी जी द्वारा संपन्न किया गया इस अवसर पर बनारस विद्यालय के सभी विद्वान विभाग अध्यक्ष एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।