सम्पादक :- दीपक मदान
हरिद्वार। उत्तराखंड नगरीय फेरी नीति नियमावली के नियम अनुसार नगर निगम प्रशासन द्वारा उपनगरी ज्वालापुर में व्यवस्थित व स्थापित किया गया पुल जटवाडा का तीसरे वेंडिंग जोन में लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने संयुक्त रूप से सभी 13 दुकानों का शुभारंभ कर फीता काटकर व्यापारिक गतिविधि संचालन के लिए बाजार खुलवा कर उद्घाटन किया। फेरी समिति के निर्णय के अनुसार उपनगरी ज्वालापुर पुल जटवाड़ा पर अभी 21 दुकानों की लाटरी ड्रा निकालकर लाभार्थियों को आवंटित की गई है। दूसरे चरण में 79 दुकाने नगर निगम द्वारा विकसित कर कांवड़ पटरी पर वेंडिंग जोन के रूप में स्थापित की जाएंगी। इस प्रकार से 100 रेडी पटरी के स्ट्रीट वेंडर्स की क्षमता का यह तीसरा वेंडिंग जोन की भी पूर्ण हो जाएगा। इस अवसर पर लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने तीसरे वेंडिंग जोन के सभी लाभार्थी लघु व्यापारियों को शुभकामना देते हुए कहा उत्तराखंड नगरीय फेरी नीति नियमावली के नियम अनुसार राज्य सरकार के संरक्षण में रेडी पटरी के लघु व्यापारियों को वेंडिंग जोन के रूप में व्यवस्थित व स्थापित किया जा रहा है जो कि हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा वेंडिंग जोन के सभी लघु व्यापारियों को नगर निगम के अनुबंध के नियम अनुसार निर्विघ्न रुप से भय मुक्त अपना स्वरोजगार संचालित करें। उन्होंने कहा शीघ्र ही 15 मार्च तक बिजली घर के समीप अन्य दुकानें भी स्थापित की जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा ज्वालापुर में बहुत से स्थान ऐसे हैं जहां पर छोटे-छोटे वेंडिंग जोन बनाए जा सकते हैं, आने वाले दिनों में होली के उपरांत पीठ बाजार पंजाबी धर्मशाला के सामने न्यू मंडी के सामने नहर कांवड़ पटरी रेलवे स्टेशन ज्वालापुर महिला विद्यालय के सामने इत्यादि क्षेत्रों को भी वेंडिंग जोन के रूप में चिन्हित कराया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा रेडी पटरी के लघु व्यापारी केंद्र और राज्य सरकार के संरक्षण में अपना स्वरोजगार कर अपनी जीविका का संचालन कर सकें। ज्वालापुर के तीसरे वेंडिंग जोन के बाजार व्यापार संचालन के उद्घाटन के अवसर पर सम्मलित हुए लघु व्यापारियों में लाल चंद गुप्ता, जय भगवान, विजेंदर चौधरी, राकेश कुमार, चुन्नू चौधरी, रणबीर सिंह, तस्लीम अहमद, यामीन अंसारी, आजम धर्मपाल कश्यप, मोहनलाल, मंजू पाल, नम्रता सरकार, विकास कुमार, अनूप सिंह, पवन रावत, चंदन सिंह रावत, बलवीर सिंह, जय सिंह बिष्ट आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।