संपादक दीपक मदान
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार उत्तराखंड की पहल पर तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे,जनपद पौड़ी गढ़वाल के द्वारा समय – समय पर ऑपरेशन मुक्ति से कैसे स्कूली बच्चों के को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाया जा सके तथा साथ ही स्थानीय जनता के भले लोगों का भी सहयोग लेकर उनके अनुभव से ऑपरेशन मुक्ति का बेहतर प्रदर्शन किया जा सके टीम पौड़ी को दिशा निर्देश दिए जाते रहते है, के कुशल नेतृत्व में एवम अपर पुलिस अधीक्षक , कोटद्वार शेखर चंद सुयाल व क्षेत्राधिकारी /नोडल अधिकारी वैभव सैनी के निकट निर्देशन में एवम प्रभारी निरीक्षक ahtu, कोटद्वार, राजेंद्र सिंह खोलिया के प्रभार में 02 माह लिए प्रदेश स्तर पर चलाए जा रहे ऑपरेशन मुक्ति जिसकी थीम है, भिक्षा नहीं शिक्षा दो के तहत उत्तराखंड जनपद पौड़ी ऑपरेशन मुक्ति टीम के द्वारा कोटद्वार के कोडिया मोहल्ले की धर्मशाला विभिन्न स्कूलों के बालक और बालिकाओं को जिनकी संख्या 50 थी, और इसमें ज्यादातर बच्चे ऐसे है जिनका होम वर्क पूरा नहीं होता है।
इन बच्चों के लिए ऑपरेशन मुक्ति पौड़ी टीम द्वारा जरिए निज से स्कूली बोर्ड,डस्टर,मारकर, इंक, चौक तथा बैठने के लिए फर्श आदि की व्यवस्था कर स्थानीय जनता के रिटायर सीओ अरुण कुमार,रिटायर प्रिंसिपल जगमोहन रावत,सामाजिक सहयोगी कैलाश चंद एवम मोनिका आर्य आदि को बतौर सरंक्षण बच्चों की देखभाल व अन्य मार्गदर्शन के लिए नियुक्त किया गया। उत्तराखंड पौड़ी ऑपरेशन मुक्ति टीम द्वारा इन बच्चों का होम वर्क पूरा कराने के लिए खुद आगे आए युवा और युवतियां प्रियांशु,अमीषा,वर्षा,शिवानी बड़थ्वाल आदि का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि इस सेंटर का नाम अपना मोहल्ला या गांव, अपना अध्यापक,अपने विधार्थी दिया गया है। इस मौके पर पुलिस के रिटायर सीओ और प्रिंसिपल द्वारा चोटे – छोटे बच्चों से पढ़ाई के संबंध में बातचीत करते हुए कुछ सवाल पूंछे कुछ बच्चों ने शर्माते हुए अटक अटक कर उत्तर दिए और कुछ बच्चे अपना उत्तर बेबाकी से देते हुए नजर आए। जैसे जैसे बच्चे उत्तर देते जा रहे थे तबी तालियों की गड़गड़ाहाहट सुनाई देती रहीं।
बालकों के परिजनो एवम सामाजिक कार्यकर्ताओं के द्वारा उत्तराखंड पौड़ी ऑपरेशन मुक्ति टीम की इस कार्यशाला एवम बच्चों के स्कूली कार्य को पूरा करवाने के लिए खुलवाए गए सेंटर की काफी प्रसंशा की गई।
पुलिस टीम:-
1-महिला उपनिरीक्षक सुमनलता
2-अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह
3-कांस्टेबल आशीष बिष्ट
4-कांस्टेबल मुकेश डोबरियाल
5-महिला कांस्टेबल विद्या मेहता।