सम्पादक :- दीपक मदान
काली पट्टी बांधकर सर्वे टीम के खिलाफ जताया विरोध । उतराखण्ड मुख्यमंत्री से मांग शहरहित व्यापरहित में जल्द ले इस पर उचित निर्णय। हमारी मांग सिर्फ अपर रॉड नही पूरे कुंभ पेशवाई मार्ग दूधाधारी से ज्वालापुर तक रूट को बदलने की। महानगर व्यापार मंडल के व्यापार्रियों ने जिलाध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में आज फिर कुम्भ पेशवाई मार्ग दूधाधारी से ज्वालापुर तक प्रस्तावित पॉड कार रूट को लेकर गलत सर्वे टीम पॉड कार परियोजना से जुड़े अधिकारियों के खिलाफ काली पट्टी बांधकर बस अड्डे के पास सड़को पर उतरकर अपना विरोध जताया। सुनील सेठी ने कहा कि बिना आकलन किये गलत डी पी आर तैयार करने वाली कम्पनी ने हरिद्वार की पौराणिकता हरिद्वार की भौगोलिक परिस्तिथि का बिना आकलन किये जो डी पी आर तैयार की वो सीधा सीधा हरिद्वार की पौराणिकता पर प्रहार है। सेठी ने समस्त अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि महाकुंभ की पेशवाई की वीडियो देखनी चाहिए जिसे हम सभी को भेजेंगे। किस प्रकार हमारे अखाड़ों के पूजनीय संत महात्माओं की पेशवाई ओर भव्य शोभा यात्राएं दूधाधारी से ज्वालापुर मार्ग से होती हुई मां गंगा हरकी पौड़ी स्न्नान के लिए आती है। कैसे इस मार्ग पर बड़े बड़े पिलर ओर सड़क के बीचों बीच कोई योजना प्रस्तावित हो सकती है जिला उपाध्यक्ष सुनील मनोचा एवं जिला सचिव पंकज माटा ने कहा कि क्यो इस विषय पर जो पौराणिकता के साथ जुड़ा है परियोजना तैयार करने वाली कंपनी ने आंकलन नही किया। जब पेशवाई और शोभायात्राएं निकलती है तो प्रसाशन द्वारा रास्ते मे पड़ने वाली 40 फुट तक हर प्रकार की क्रॉसिंग तारों एवं रुकावट को हटवाया जाता है जिससे पेशवाई मार्ग में किसी प्रकार की कोई रुकावट न हो । तो कैसे सड़क के बीचों बीच इतनी बड़ी रुकावट को तैयार परियोजना पर आंकलन नही किया गया। इसलिए इस रूट को चेंज करना अति आवश्यक है।इस प्रस्तावित रूट के चेंज न हो जाने तक आंदोलन जारी रहेगा। महानगर अध्यक्ष जितेंद चौरसिया एवं महामंत्री नाथीराम सैनी ने कहा कि व्यस्थम बस अड्डे, हरकी पौड़ी, मनसा देवी, खड़खड़ी जैसी जगहो पर जहां कोई पार्किंग की व्यवस्था नही कैसे स्टेशन संचालित होंगे। जब सरकारी भूमि हाइवे किनारे उपलब्ध है तो क्यो निजी भूमि अधिग्रहण कर फिजूल खर्ची की योजना तैयार की गई इसकी भी जांच होनी चाहिए। पॉड कार रूट को जल्द से जल्द नई डी पी आर बनाने को मुख्यमंत्री परियोजना अधिकारियों को निर्देशित करें। जिससे शहर की पौराणिकता एवं व्यापरहित में एक अच्छा फैसला लिया जाए। क्योंकि डी पी आर तैयार करने वाले अधिकारियों ने सरकारों को गुमराह करने का काम किया है। विरोध जताने वालों में मुख्य रूप से कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, नीरज जैन,सरदार रिंकल सिंह,मनोज ठाकुर, सोनू चौधरी, तरुण यादव,सरदार लक्की सिंह,धर्मपाल सिंह, भूदेव शर्मा,उमेश चौधरी, राजेश भाटिया, अजय चौरसिया, गणेश शर्मा, दीपक मेहता, उमेश कुमार, राहुल अरोड़ा, नितिन कुमार, राजीव शर्मा, अरुण कुमार उपस्तिथ रहें।