December 23, 2024 9:51 pm

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उत्तराखंड “ऑपरेशन मुक्ति” के तहत गली, मोहल्ला और गांव- गांव जाकर पौड़ी पुलिस कर रही है बच्चों की शिक्षा के लिए माता – पिता को जागरूक।

सम्पादक :- दीपक मदान

महानिदेशक महोदय अशोक कुमार की पहल पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया श्री मति श्वेता चौबे जनपद पौड़ी गढ़वाल के निर्देश पर तथा अपर पुलिस अधीक्षक महोदय,कोटदार शेखर सुयाल एवम क्षेत्राधिकारी/ नोडल अधिकारी ऑपरेशन मुक्ति विभव सैनी के निकट निर्देशन में, निरीक्षक राजेंद्र सिंह खोलिया के प्रभार में अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह के द्वारा स्थानीय जनता के भले व्यक्तियों श्रीमती सुनीता,अध्यापक प्रमोद कुमार के साथ कोटद्वार के खूनीबड़ गांव में स्कूल जाने वाले बच्चों के माता पिता को अपने बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए जागरूक किया गया। उत्तराखंड पौड़ी “ऑपरेशन मुक्ति” टीम ने बताया कि भारतीय संविधान, भारत के प्रत्येक बच्चे को स्कूली शिक्षा की गारंटी देता है। शिक्षा के अधिकार अधिनियम के द्वारा कक्षा 01 से कक्षा 08 तक सरकार की ओर से बच्चे को किताब,ड्रेस, फीस और स्कूल में बच्चों के खाने आदि का प्रावधान किया जाता है। बच्चों के माता पिता को केवल बच्चों को समय से स्कूल छोड़ कर आना और स्कूल से वापस घर लाना है।आप बच्चों को पढ़ाई के लिए गरीब मत बनो। आप दहेज देने के लिए गरीब बन जाओ जो पैसा आप बालिकाओं के दहेज पर खर्च करते हो वो पैसा आप उनकी पढ़ाई पर खर्च कर दो। अपनी मेहनत की कमाई का पैसा ड्रग्स आदि नशे में बर्बाद ना करके बच्चों की पढ़ाई में लगाओ नशा ना करने पर आप तंदुरुस्त भी रहेंगे। आप अपने बच्चों का स्कूल का होम वर्क प्रत्येक दशा में पूरा कराएं ताकि आपका बच्चा स्कूल के अन्य बच्चों से पढ़ाई में पीछे ना रहे। आप अपने गांव में स्कूल के बच्चों का स्कूल का होम वर्क पूरा कराने के लिए एक होम वर्क सेंटर अपना मोहल्ला/ गांव,अपना अध्यापक,अपने विधार्थी उत्तराखंड जनपद पौड़ी “ऑपरेशन मुक्ति” के तहत खोल सकते है। यह सेंटर आपके ही गांव में होगा,आपके ही गांव के शिक्षित बेरोजगार छात्र होंगे और वो आपके गांव के बच्चों का स्कूल का होमवर्क कराएंगे। यदि किसी बच्चे के माता पिता अनपढ़ भी है तो भी उनका बच्चा अपने स्कूल का होम वर्क समय से पूरा करेगा और पढ़ाई में अन्य बच्चों की तरह होशियार भी होगा। स्कूल की शिक्षा मनुष्य को अंधा,बेहरा और गूंगा होने से बचाती है। आपको अपने बच्चों को अंधा,बेहरा,गूंगा नहीं बनने देना है। साथ कुछ बच्चे जो स्कूल नहीं जाते थे उनको चिन्हित किया गया और पास के ही स्कूल में जल्द ही प्रवेश दिलाया जायेगा।।साथ ही इन बच्चों के माता-पिता ने कहां की हमारे जीवन में आज पहली बार पुलिस बच्चों के स्कूल में एडमिशन कराने के लिए हमारे गांव में आई है। ऑपरेशन मुक्ति अभियान बहुत अच्छा और हमारी उत्तराखंड पुलिस भी बहुत अच्छी है।
1-महिला उपनिरीक्षक सुमनलता
2-अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह
3-कांस्टेबल मुकेश डोबरियाल
4-महिला कांस्टेबल विद्या मेहता।
5- कांस्टेबल सूर्यकांत सैनी

 

 

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