सम्पादक :- दीपक मदान
पॉड कार सर्वे अधिकारियों के खिलाफ बस अड्डे के बाहर महानगर व्यापार मंडल ने जताया विरोध। मुख्यमंत्री को लिखा पत्र जनता पॉड कार परियोजना के नही सिर्फ अनैतिक निर्धारित रूट के विरोध में, कुंभ पेशवाई मार्ग ज्वालापुर से दूधाधारी तक रूट बदलाव न करके मेट्रो परियोजना अधिकारी शहर की पौराणिकता को खत्म करने की कर रहे तैयारी ,अंदुरनी व्यस्थम धार्मिक शोभा यात्रा मार्ग का बिना भोगलिक आंकलन किये अनैतिक डी पी आर सिर्फ मोटा बजट ठिकाने लगाकर जनता,व्यपारियो, धार्मिक आयोजनों पर कुठाराघात करने का प्रयास, सरकारी भूमि उपलब्ध होने के बावजूद निजी भूमि अधिग्रहण व्यथम स्थानों पर स्टेशन फिजूल खर्च की बनाई गई डी पी आर बदलनी चाहिए। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में व्यपारियो ने बस अड्डे के पास पॉड कार की अनैतिक डी पी आर तैयार करने वाले अधिकारियों के खिलाफ विरोध जताया । सुनील सेठी ने मुख्यमंत्री उतराखण्ड को पत्र लिखकर जनहित में अपील की है कि पॉड कार का निर्धारित रूट सिर्फ जनभावनाओं धार्मिक शोभायात्राओं हरिद्वार की पौराणिकता को खत्म करने का प्रयास है । हरिद्वार की जनता व्यापारी पॉड कार परियोजना के खिलाफ नही सिर्फ उसके रूट को लेकर मुखर है क्योंकि जिस रूट पर मेट्रो परियोजना अधिकारी सर्वे टीम ने बिना भौगोलिक परिस्तिथि का आंकलन किये डी पी आर तैयार की ओर अब गंगा सभा, सामाजिक संघठनो,व्यापार मंडलों के विरोध के बावजूद उस रूट पर कार्य करने को तैयार है वो निश्चित ही शहर के भूमिगत कार्यो, कुम्भ पेशवाई मार्ग से निकलने वाली शोभा यात्राएं , व्यस्थम मार्गो, ट्रैफिक व्यवस्था संचालन, कार्यो के दौरान आर्थिक व्यापारिक नुकसान पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह है । तीन साल तक जो व्यापार चौपट होगा और रास्ते बाधित होने से जो जाम की स्तिथि बनेगी उस पर भी सर्वे टीम ने कोई आंकलन नही किया। महानगर अध्यक्ष जितेंद चौरसिया एवं महामंत्री नाथीराम सैनी ने कहा कि सरकारी भूमि का अधिग्रहण न करके निजी भूमि अधिग्रहण करना जांच के दायरे में आता है। कोई भी योजना जनता के लिए बनाई जाती है जिसमे किसी का अहित न हो लेकिन पॉड कार निर्धारित रूट हरिद्वार अहित के अलावा कुछ नही । इसका रूट बदलाव कर धार्मिक एवं जनभावनाओं का सम्मान किया जाए। सरकार की योजना शहर विकास एवं सोन्द्रीयकर्ण का स्वागत करते है लेकिन उसका रूट अगर जनभावनाओं के अनुरूप है तो उसे बदलना चाहिए । परियोजना अधिकारी सिर्फ सरकार को भृमित करने का प्रयास करते हुए निर्धारित रूट को जनता पर थोपना चाहते है जो बर्दाश्त नही किया जाएगा । सर्वे से पूर्व जनता की कोई राय न लेते हुए करोड़ो रूपये से अनैतिक डी पी आर तैयार की गई शहर के मुख्य विभागों की बिना एन ओ सी लिए बिना जनता की राय लिए अपनी मर्जी से अनैतिक डी पी आर तैयार की गई। इसमें सरकार को हस्तछेप कर नई डी पी आर बनाने को मेट्रो परियोजना अधिकारियों को निर्देशित करना चाहिए। सर्वे टीम के खिलाफ विरोध जताने वालो में मुख्य रूप से कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल,महानगर उपाध्यक्ष सुनील मनोचा, जिला उपाध्यक्ष पंकज माटा,तरुण यादव,मनोज ठाकुर,भूदेव शर्मा, एस एन तिवारी,सोनू चौधरी,अनिल कुमार, उमेश चौधरी,गणेश शर्मा, अमित कुमार, रणवीर शर्मा, देवेंद्र कुमार,उमेश चौधरी, मनोज कुमार, राजेश भाटिया, अमरदीप ठाकुर, मोहित शर्मा, मानव शर्मा, राम अरोड़ा, आशु कुमार, प्रवीण शर्मा, राजेश कुमार, रोहित कुमार, मनोज सिंह, अनिल कुमार, एस एन तिवारी, मनीष कुमार,देवेंद्र सिंह, राहुल शर्मा उपस्तिथ रहें।