एटीएम से करोड़ों रुपये के गबन प्रकरण में संलिप्त 01 अन्य अभियुक्त को पुलिस ने किया गिरफ्तार।
दिनांक 03.03.2023 को मनीष मोवाडी निवासी अम्बीवाला देहरादून द्वारा थाना गोपेश्वर में तहरीर दी थी कि वह सीएमएस इन्टर प्राइवेट लिमिटेड में रीजनल मैनेजर के पद पर कार्यरत है व उनकी कंपनी द्वारा उत्तराखण्ड के एटीएमों में पैसे डालने का कार्य किया जाता है। कंपनी द्वारा ऑडिट करने पर गोपेश्वर एवं चमोली स्थित विभिन्न ए.टी.एम में कुल 1,77,62000/- (कुल 01 करोड 77 लाख 62 हजार रुपये) कम पाए गये। तहरीर के आधार पर थाना गोपेश्वर पर मु.अ.सं. 11/23 धारा 409/420/120बी भा.द.वि. पंजीकृत किया गया था।
पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा प्रकरण की संवेदनशीलता के दृष्टिगत अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए ए.टी.एम. में पैसे डालने का कार्य करने वाले 1. देवराज 2. आशीष 3. जोगेन्द्र को गिरफ्तार किया था।
2- दिनांक 7.4. 2023 को अभियोग के मुख्य अभियुक्त आशीष सिंह बिष्ट द्वारा गबन की गई धनराशि से खरीदी गई कार संख्या-UK 07 FF 9761 हुंडई वेन्यू (कीमत करीब 10 लाख रुपये) एवं देवराज सिंह द्वारा प्रयोग किये जा रहे वाहन संख्या UK 11A 0 790 ऑटोकार (कीमत करीब 3.75 लाख) को जप्त कर मुकदमे में सम्मिलित करते हुए थाना गोपेश्वर में दाखिल किया गया।
3- विवेचना के दौरान मुकदमा उपरोक्त में संलिप्त पाए गए 02 अभियुक्तों क्रमशः 1- पंकज कुमार पुत्र गोपाल राम निवासी ग्वालदम जिला चमोली व 2-अभिषेक पुत्र राम चन्द्र निवासी ग्राम व पो० सिमली को दिनांक 10/04/2023 को गिरफ्तार किया गया था।
4- विवेचना के दौरान मुकदमा उपरोक्त में भरत सिंह नेगी पुत्र भवान सिंह नेगी निवासी आला थाना नन्दानगर घाट का नाम प्रकाश में आया था जिसका उच्च न्यायालय से गिरफ्तारी स्थगन आदेश जारी हुआ था। अभियुक्त को दि0 01/07/2023 उच्च न्यायालय के आदेशानुसार गिरफ्तार कर व्यक्तिगत बंध पत्र पर छोडा गया एवं मुकदमें में आरोपत्र न्यायालय प्रेषित किया गया।