December 23, 2024 10:47 pm

December 23, 2024 10:47 pm

गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥

सम्पादक :- दीपक मदान

आज दिनांक 05 सितंबर 2023, दिन मंगलवार को सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज सेक्टर 2 भेल रानीपुर हरिद्वार में शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर विद्यालय के भैया बहिनों ने सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये।

कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य  लोकेंद्र दत्त अंथवाल एवम विद्यालय प्रबंधक दीपक सिंघल ने सामूहिक रूप से मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित एवं पुष्पार्चन द्वारा किया ।

कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के आचार्य मनीष खाली एवम श्रीमती नेहा वर्मा ने किया। आचार्य मनीष ने डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन (स्वतंत्र भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति) के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। आपने बताया कि आज हमारे पूर्व उप-राष्ट्रपति और राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का भी जन्मदिन है, जिनकी याद में हम सभी शिक्षक दिवस मनाते हैं। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने भी कहा है कि ‘पूरी दुनिया एक विद्यालय है, जहां हम कुछ न कुछ नया सीखते हैं। हमारे शिक्षक हमें केवल पढ़ाते ही नहीं हैं, बल्कि हमें अच्छे और बुरे के बीच का फर्क भी समझाते हैं।’ उनकी कही ये बात हमें बताती है कि हमारे जीवन में शिक्षकों का होना कितना महत्त्वपूर्ण है। और हम कितने सौभाग्यशाली हैं कि हमने अपने शिक्षकों से कितना कुछ सीखा है, अब भी सीख रहे हैं और आगे भी ऐसे ही सीखते रहेंगे। कार्यक्रम की अगली कड़ी में विद्यालय की आचार्या कु0 काजल कैंतुरा जी ने शिक्षक दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत किये।

आपने बताया कि हमारे देश में शिक्षक दिवस की शुरुआत कैसे हुई?डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन 13 मई सन् 1962 को भारत के दूसरे राष्ट्रपति बन गए थे। इसी वर्ष 5 सितंबर को उनके जन्मदिवस की खुशी के मौके पर उनके कुछ साथियों और छात्रों राधाकृष्णन से उनका जन्मदिवस मनाने के लिए कहा तो राष्ट्रपति ने उनसे कहा कि अगर आप मेरा जन्मदिन शिक्षकों के सम्मान के लिए शिक्षक दिवस के रूप में मनाएंगे, तो मुझे आप सभी पर बहुत गर्व होगा। राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के इस नेक विचार का सभी ने सम्मान किया और हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने का फैसला किया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में विद्यालय के प्रधानाचार्य ने शिक्षक दिवस का महत्त्व बताते हुए छात्रों को उनके आगामी जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। आपने छात्रों को बताया कि शिक्षक का हमारे जीवन में अमूल्य योगदान है। शिक्षकों के बिना यह मानव जीवन सार्थक नहीं है. हर किसी के जीवन में एक गुरु या शिक्षक का होना बेहद आवश्यक है। इसलिए हम सभी को सदा शिक्षकों का मान-सम्मान करना चाहिए और उनकी बातों पर अमल करना चाहिए, साथ ही विद्यालय के प्रबंधक दीपक सिंघल ने समस्त आचार्य परिवार को शुभकामनाएं दी और कहा कि हम सबको अपने जीवन मूल्यों को जीवित रखना होगा और एक अच्छा शिक्षक अपने पूरे जीवन मे एक अच्छे विद्यार्थी की तरह सीखता रहता है और अपने अनुभव से विद्यार्थियों को सिखाता रहता है। संकुल स्तरीय खेल प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले भैया बहनों को भी सम्मानित किया गया साथ ही प्रधानाचार्य एवं प्रबंधक द्वारा सभी आचार्य एवम आचार्याओं को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रवीण कुमार, हरीश श्रीवास्तव ,भानु प्रताप सिंह, अमित कुमार, दीपक कुमार ,तारा दत्त जोशी, रुद्र प्रताप शास्त्री, लीना शर्मा, सुमन त्यागी ,मंजू सिंह आदि उपस्थित रहे।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *