सम्पादक :- दीपक मदान
रविवार को उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय अंतर महाविद्यालय क्रीडा प्रतियोगिता में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। संस्कृत विवि के लिए 10 करोंड रुपये दिए जाने की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि संस्कृत के विकास के लिए पैसों की कमी आगे नहीं आने दी जाएगी। कार्यक्रम में डॉ. धन सिंह रावत ने खेल प्रतियोगिता के विजेता छात्रों को मेडल देकर भी सम्मानित किया।
उन्होंनं कहा कि संस्कृत के लिए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और विभाग की तरफ से धन की कोई कमी नहीं है। विश्वविद्यालय में कुलपति, कुलसचिव आवास और कर्मचारियों के आवास के साथ ही लड़कियों के लिए छात्रावास और विश्वविद्यालय की चारदीवारी आदि के विकास के लिए पैसों की कमी नहीं होने दी जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन को सरकार के पास इन सभी कार्यों को लेकर जल्द प्रस्ताव भेजने चाहिए। संस्कृत विश्वविद्यालय के विकास के लिए 10 करोड रुपए दिए जाएंगे। संस्कृत के लिए पैसों की कमी नहीं होने दी जाएगी। कहा कि जब मैं संस्कृति मंत्री नहीं था, तब भी उनकी ओर से रूसा से विश्वविद्यालय को 20 करोड रुपए की ग्रांट दिलाई गई थी। उन्होंने इसी दौरान संस्कृत शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालय के छात्रों से भी वार्ता की। छात्रों की मांग पर डॉ. धन सिंह रावत ने ज्योतिष विभाग में संविदा पर शिक्षा को को रखे जाने और विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में पुस्तकों की कमी को दूर किए जाने के भी विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्देश दिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री ने मुख्य अतिथि डॉ. धन सिंह रावत का स्वागत किया। कुलपति प्रो. शास्त्री ने संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को विश्वविद्यालय में स्टेडियम को बनाए जाने की आवश्यकता के विषय में भी अवगत कराया। कहा कि विश्वविद्यालय के कईं छात्र राष्ट्रीय की प्रतियोगिताओं में मेडल प्राप्त कर चुके हैं। यदि विश्वविद्यालय में स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा तो इससे न केवल छात्रों को लाभ मिलेगा। बल्कि आसपास के विद्यालय के छात्र भी इसका लाभ ले सकेंगे। कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन कार्यक्रम आयोजक डॉ. लक्ष्मी नारायण जोशी ने किया। इस अवसर पर प्रो. दिनेश चंद्र चमोला, भाजपा के जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, सीएमओ मनीष दत्त, डिप्टी रजिस्टार दिनेश कुमार, डॉ. राम खंडेलवाल, डॉ. अरविंद नारायण मिश्र, डॉ. अरुण मिश्र, डॉ. प्रकाश पंत, डॉ. विनय सेठी, चंद्रशेखर, सुभाष पोखरियाल, मातबार सिंह रावत, नरेंद्र सिंह रावत, छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल थुवाल, डॉ. शिवचरण नौडियाल, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अनूप बहुखंडी, ललित शर्मा, सागर खेमरिया आदि विश्वविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारी मौजूद रहे।