सम्पादक :- दीपक मदान
दिनांक 28/06/24 को मुकदमा वादी श्रीराम पुत्र राधाकृष्ण निवासी ग्राम खजुरिया धुरिया पलिया थाना माधोटाण्डा कलीनगर जिला पीलीभीत उ0प्र0 ने खुद के भाई को जहर देकर मारने के संबंध में थाना सिडकुल में मुकदमा अपराध संख्या 333/24 धारा 302, 201 आईपीसी दर्ज कराया। वादी द्वारा जानकारी दी गई की वादी का भाई लक्ष्मण पुत्र राधाकृष्ण निवासी ग्राम – बीरखेड़ा माधवटांडा पीलीभीत (उ0प्र0) कुछ माह पहले हरिद्वार आया था जो अंजू देवी पत्नी मधु निवासी ग्राम कुडांव थाना जरमुंडडी पोस्ट राजन मारा कुण्डा दुमका झारखण्ड के प्रेमजाल में फंस कर उसके साथ थाना सिडकुल क्षेत्रांतर्गत चौहान मार्केट रावली महदूद में किराए में कमरा लेकर रिलेशनशिप में रह रह था, जिसको अंजू देवी ने अपने पति के साथ मिलकर मार दिया है और वे दोनों भाग गए हैं।
हरिद्वार पुलिस की मेहनत–
थाना सिडकुल पुलिस को सूचना दी गई थी कि एक घर से तेज गंध आ रही है आप जल्दी आ जाओ। जब सूचना पर सिडकुल पुलिस पहुंची तो दरवाजा तोड़कर अंदर की स्थिति देखकर हर कोई भौंचक्का रह गया था। ऐसे सनसनीखेज मामले पर जल्दी ही सैकड़ो की संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। मामला एसपी के संज्ञान में आने पर उनके द्वारा प्रकरण के जल्द खुलासे हेतु अधिनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। घटना के सफल खुलासे हेतु गठित पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल से साक्ष्य संकलन के साथ साथ मेहनत करते हुए संकरी गली मोहल्लों सहित मुख्य मार्गों के 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज चेक कर सर्विलांस के माध्यम एवं सक्रिय किए गए मुखबिर तंत्र की सटीक सूचना पर आरोपी महिला व उसके पति को बस अड्डे से रानीपुर मोड की ओर आते हुए दबोचा गया।
इस कारण की हत्या–
आरोपी महिला अंजू देवी की शादी लगभग 9 वर्ष पूर्व मधु राय से झारखंड में हुई थी। जहां मधु राय घर जमाई के रूप में रहता था लेकिन जल्दी ही दोनों के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर मनमुटाव हो गया और मधु राय ने अपनी पत्नी अंजू देवी को मारना पीटना शुरू कर दिया जिससे तंग आकर एक दिन अंजू देवी घर छोड़कर सीधे बरेली चली गई जहां पीलीभीत से काम की तलाश में बरेली आए लक्ष्मण से उसकी मुलाकात हुई। लक्ष्मण उस समय पोकलैंड मशीन चलाता था जल्दी ही दोनों की दोस्ती हो गई और दोनों ने साथ रहना शुरू कर दिया। एक दिन लक्ष्मण, अंजू को अपने घर पीलीभीत ले गया जहां घर वालों ने शादीशुदा महिला को घर लाने पर आपत्ति करी जिससे दोनों जन काम की तलाश एवं रहने के इरादे से हरिद्वार आकर मजदूरी करने लगे और सिडकुल क्षेत्र में रहने लगे। हरिद्वार में प्रेम शंकर आश्रम में अंजू देवी के कोई परिचित रहते थे जिनसे मिलने कभी-कभी अंजू देवी जाया करती थी वहीं किसी दिन सत्संग के दौरान अंजू देवी की मुलाकात अपने पति मधु राय हो गई जिस पर पुरानी बातों को लेकर दोनों के बीच में गिले शिकवे हुए और कई साल बाद अपने लगभग 8 साल के बेटे को देखकर अंजू देवी को बड़ा अच्छा लगा। अंजू देवी ने अपने प्रेमी लक्ष्मण को बोलकर अपने कमरे के पास में ही मधु राय व बेटे की रहने की व्यवस्था करा दी और आसपास सभी से कहा कि यह मेरा भाई और यह मेरा भतीजा है। सभी का रोज मिलना जुलना होने लगा। लेकिन वक्त बीतने के साथ जब लक्ष्मण को शक हुआ तो उसने अंजू देवी के साथ मारपीट शुरू कर दी यह बात मधु राय को बहुत बुरी लगी। तब दोनों पति-पत्नी (मधु राय एवं अंजू देवी) ने लक्ष्मण को अपने रास्ते से हटाने का मन बना लिया। एक दिन मौका पाकर दोनों ने खाने में जहर मिलाकर लक्ष्मण को दिया और उसके बेहोश/मरने पर कमरा बंद करके भाग गए। इसके कई दिन बाद कमरे से बदबू आने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी और पूरी घटना इस तरीके से सामने आई।
हरिद्वार पुलिस की सराहना–
सिडकुल पुलिस द्वारा कम समय के भीतर कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए जिस प्रकार से पूरे मामले का खुलासा किया तो कई क्षेत्रवासियों द्वारा थाने जाकर थाना अध्यक्ष सहित हरिद्वार पुलिस एवं कप्तान की कार्यशैली की सराहना की।
गिरफ्तार अभियुक्त गण-
1- मधु राय पुत्र खूनी राय निवासी ग्राम कुण्डवे थाना जरमुडी जिला दुमका झारखण्ड
2- अंजू देवी पत्नी मधु राय निवासी ग्राम कुण्डवे थाना जरमुडी जिला दुमका झारखण्ड
बरामदगी
02 अदद मोबाइल फोन,
पुलिस टीम –
1- थानाध्यक्ष मनोहर सिंह भण्डारी (विवेचक)
2- का0 कुलदीप डिमरी
3- महिला का0 शान्ता
4- का0 मुकेश कुमार