सम्पादक :- दीपक मदान
उत्तराखंड जल संस्थान शाखा गंगा में सीवर योजनाओं पर कार्यरत कर्मचारियों के संगठन प्रतिनिधि मंडल ने अपनी मांगों को लेकर दिनांक 12/05/2024 अधिशासी अभियंता से एक वार्ता की थी और अवगत कराया गया था कि पिछले 1/2 वर्ष से कर्मचारियों को राष्ट्रीय पर्वों पर अवकाश के बदले वेतन का भुगतान नहीं किया गया है, पिछले पांच वर्षों से कर्मचारियों को गर्म वर्दी और जूता नहीं दिया गया है, 16 सफाई कर्मचारियों को पद प्रमोशन कर पम्प आपरेटर बनाया गया था उसको पम्प आपरेटर का वेतन पिछले साढ़े तीन वर्षो से नहीं दिया गया है। आज भी सफाई कर्मचारी का वेतन ही दिया जा रहा है, पी डब्ल्यू डी नाला पम्प हाउस में कार्यरत तीन कर्मचारियों का पिछले डेढ़ साल से ई पी एफ जमा नहीं किया गया था उसका भुगतान नहीं किया गया है, यूनियन के द्वारा पिछले तीन वर्षो से यूनियन कार्यालय की मांग की जा रही है और अधीशासी अभियंता के द्वारा बार-बार आश्वासन दिया गया लेकिन कार्यालय नहीं दिया गया है।
दिनांक -01/04/2024 से उत्तराखंड में मिनी मम वेज़ का शासनादेश जारी कर दिया गया है संगठन द्वारा वेतन बढ़ौतरी पर भी वार्ता की गई थी लेकिन अधिशासी अभियंता द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई। इन सभी मांगों को लेकर दिनांक -24/06/2024 को पुनः एक मांग पत्र दिया गया है जिसमें दिनांक -08/07/2024 तक मांग पूरी न होने पर संगठन द्वारा धरना प्रदर्शन करने की बात कही गई है, मगर संस्थान के अधिकारियों द्वारा संगठन से कोई वार्ता नहीं की गई है। कर्मचारियों की समस्यायों पर संज्ञान न लेने और वार्ता न करने पर कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त हो गया है और आन्दोलन को लेकर दिनांक -05/07/2024 को सांय – 4 .00 बजे एक आम सभा की गई। सभा की अध्यक्षता राजकुमार ने की और सभा का संचालन संगठन महामंत्री इमरत सिंह ने किया। सभा को संबोधित करते हुए इमरत सिंह ने कहा कि यदि संस्थान द्वारा दिनांक – 10/07/2024 तक कर्मचारीयों की समस्यायों का समाधान नहीं किया जाता है तो दिनांक -11/07/2024 से अधीशासी अभियंता कार्यालय प्रांगण में धरना आंदोलन आरंभ कर दिया जाएगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी विभागिय अधिकारियों की होगी। सभी साथियों ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताई है।