सम्पादक :- दीपक मदान
प्रदेश स्तर पर पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार के निर्देशन में प्रदेश भर में चल रहे ऑपरेशन स्माइल अभियान के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के कुशल निर्देशन में तथा क्षेत्राधिकारी/नोडल अधिकारी अभिनव चौधरी एवं Ahtu प्रभारी प्रदीप पंत के प्रभार में गुमशुदा बालक/ बालिका/ स्त्री/ पुरुष आदि की तलाश कर परिजनों से पुनः मिलन कराने के लिए दिनांक 15.10.2024 से दो माह का ऑपरेशन स्माइल (अभियान) चलाया जा रहा है।इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय,जनपद देहरादून के द्वारा कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। कि गुमशुदा मानवों की युद्ध स्तर पर तलाश की जाए। दिनांक 7.5.2024 से सत्य साईं आश्रम,आमवाला देहरादून में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट द्वारा लावारिश में दाखिल बालक हिमाल उर्फ सुशांत उम्र 17 वर्ष पुत्र चतेकामी, निवासी गांव मोटेला, डाकखाना मौलफा,वार्ड नंबर 05, नगर पालिका खाडा चकरा, जिला कालीकोट, प्रदेश करनाली, नेपाल। जब आश्रम में दाखिल हुआ था, तो आश्रम के केयर टेकर अरुण कुकरेती ने बताया कि यह बालक केवल अपना नाम बता पा रहा था। बालक अपने परिजनों के नाम पते भूल चुका था। मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। बालक से उत्तराखंड जनपद देहरादून ऑपरेशन स्माइल टीम नंबर तीन के द्वारा इसके परिजनों की तलाश के संबंध में कई राउंड में बातचीत की गई। साथ ही अच्छी नेपाली भाषा को समझने व हिन्दी में रूपांतर करने वाले नेपाल की संस्था kin india व सामाजिक कार्यकर्ता ओमप्रकाश से संपर्क कर बालक से वीडियो कॉल व फोन पर बातचीत आदि लगातार कराकर नेपाल पुलिस से तालमेल बैठाकर सहयोग प्राप्त कर सफल प्रयास कर, कठिन मेहनत, लगन व सूझबूझ से इसके परिजनों पिता आदि को तलाश कर CWC, देहरादून के समक्ष पेश कराया गया। बालक के पिता ने बताया कि हम अपने बेटे गुम होने से बहुत दुखी थे। हमारा बेटा लगभग 07 माह से ऊपर समय से मोरी सांकरी, जिला उत्तरकाशी से लापता हो गया था। बालक को काफी तलाश किया गया। हमें लगा कि हमारा बेटा अब हमको शायद मिलने वाला नहीं है। लेकिन मेरे रिश्तेदारों के पास नेपाल पुलिस का फोन आया और दरोगा जी कृपाल सिंह उत्तराखंड पुलिस का नंबर दिया। दरोगा द्वारा बातचीत कर हमको खुशी मिली कि हमारा बेटे को उत्तराखंड ऑपरेशन स्माइल ने सकुशल तलाश कर लिया है। इसके पिता व परिजनों का जब बालक हिमाल उर्फ सुशांत से पुनः मिलन हुआ तो बाप बेटे दोनों एक दूसरे को देखकर, पहचानकर भावुक हो गए और दोनों की आंखों में खुशी के आंसू आ गए। बालक के परिजनों को उत्तराखंड जनपद देहरादून ऑपरेशन स्माइल टीम द्वारा जरिए निज से चाय_पानी और भोजन ग्रहण करवाया गया। बालक के पिता ने अपनी आर्थिक स्थिति और अन्य परिस्थिति से अवगत कराकर बताया कि अभी में अपने बेटे को आश्रम में ही रखना चाहता हूं। अभी यहां इसकी देखभाल और सुरक्षा ठीक से हो रही है। कुछ समय बाद में अपने पुत्र को आश्रम से अपने घर ले जाऊंगा।उत्तराखंड पुलिस के इस कार्य की बालक के परिजन द्वारा यह कहते हुए प्रसंशा की गई कि उत्तराखंड पुलिस ने हमारे बेटे को नया जीवन दिया है। जिसे हम कभी नहीं भूल सकते।
ऑपरेशन स्माइल,जनपद देहरादून उत्तराखंड टीम नंबर तीन
(1) अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह
(2) हेड कांस्टेबल 12 सुनील खुराना
(3) महिला हेड कांस्टेबल 386 मलकीत कौर
(4) कांस्टेबल 1226 मुकेश कुमार