दीपक मदान
निवेदन सामाजिक कार्यकर्ता नवीन शर्मा
हरिद्वार के पतंग ,डोर विक्रेता आप सभी से हाथ जोड़कर विनम्र निवेदन यह की चाइनीस मांझा को ना बेचे
इस चाइनीस मांझे से जीतना खतरा पक्षियों को है उतना ही मानव जाति को भी है
हवा में उड़ रहे पंछियों को तो काटता ही है ये चाइनीस मांझा
धरती पर चल रहे इंसान को भी काट देता हैं
कहीं ऐसा ना हो आप अपने लालच में आकर मानव जाति को पक्षियों को खतरे में तो डाल रहे हो कभी ना कभी कहीं ना कहीं भगवान ना करें आपके परिवार का ही कोई इस मांझे का न शिकार हो जाए
और सबसे महत्वपूर्ण बात राष्ट्रीय हित में तो सोचो भारत में चाइनीस सामान का बहिष्कार करें
जब से यह डोर आई है शहर में हमारे पतंगबाजी का शोक तो खत्म हुआ ही है इस मांजे की वजह से अब तो अपनी छतों पर जाने से भी डर लगता है
पतंगबाजी का मजा तभी आता है, जब आपस में उन्हें लड़ाया जाए और इन्हें लड़ानें में सबसे अहम मांझा होता है. ये वो डोर होती है जो सालों से पतंग काटने के काम आ रही है, लेकिन अब चाइनीज मांझे ने इसकी पहचान कम कर दी है. चाइनीज मांझा डोर से बने मांझे से मजबूत होने के साथ-साथ सस्ता भी है. यही वजह है की लोग इस मांझे को खरीदते हैं, लेकिन ये चाईनीज मांझा खतरनाक भी है. दरअसल ये मांझा प्लास्टिक से बना होता है. इसके साथ-साथ इस पर लोहे का बुरादा लगा होता, जो अगर किसी बिजली के तार पर लग जाए, तो करंट भी लग सकता है. इसके अलावा किसी के गले में फंसने से गला तक कट जाता है. अगर आप भी सस्ते मांझे के चक्कर में चाइना से आए इस मांझे का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप अपने साथ-साथ दूसरों के लिए भी खतरा बन सकते हैं.