संपादक :- दीपक मदान
धर्मशालाओं पर भंडारे के नाम पर एवं व्यापारियों पर कूड़ा उठाने के नाम पर लगाये जाने वाला जजिया कर वापिस ले नगर निगम हरिद्वार सौपा नगर आयुक्त को ज्ञापन । सामाजिक कार्यकर्ता महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने प्रतिनधिमण्डल के साथ नगर आयुक्त को ज्ञापन सौपते हुए धर्मशालाओं पर भंडारों के नाम पर लगाये जाने वाले 2000 रुपये सुविधा शुल्क को वापिस लिए जाने की मांग की। सेठी ने कहा कि हरिद्वार धर्मनगरी है यहां पर अनगिनत धर्मशालाएं है जो रोजाना किसी न किसी रूप में श्रद्धालुओं एवं जरूरतमंदों को प्रसाद के रूप में भोजन करवाते है ऐसे समाजहित कार्य पर निगम मदद करने की जगह सुविधा शुल्क लगाकर क्या दर्शाना चाहता है पहले यूजर चार्ज के नाम पर व्यापारियों आम जनमानस पर सुविधा शुल्क लगाया गया अब धर्मशालाओं पर नए कर की तैयारी । जनता को परेशान करने वाले प्रस्ताव बोर्ड में पास किये जा रहे है जिसे बर्दाश्त नही किया जाएगा ऐसे अनावश्यक सुविशाशुल्क के नाम पर अगर जनता का उत्पीड़न बंद नही किया तो सड़को पर उतरकर विरोध जताया जाएगा ऐसे बोर्ड को भंग करने की मांग की जाएगी। महामंत्री नाथीराम सैनी एवं कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल में कहा कि नगर निगम के पास कमाई के बहुत से साधन है उस पर कोई कार्य नही होता आय बढ़ाने के लिए लीज की संपत्तियों एवं उषा ब्रेकों जैसे बड़े बड़े साधन उपस्तिथ है लेकिन उस ओर ध्यान न देकर उन्हें राहत दी जाती है उल्टा जनता को बार बार परेशान कर ऐसे कर लगाए जाते है जो न्याय संगत नही है जो सीधा सीधा नगर निगम बोर्ड की लाचार कार्यशैली को दर्शाता है जिसका हम विरोध करते है ऐसे जजिया कर को वापिस लेने की मांग करते है भंडारा करना कोई अपराध नही ऐसे पुनीत कार्यो के लिए निगम को सहयोग करना चाहिए न कि उत्पीड़न । जनता पर लगने वाले यूजर चार्ज एवं धर्मशाला पर लगने वाले इस सुविधा शुल्क को बर्दाश्त नही किया जाएगा। ज्ञापन सौपने वालों में मुख्य रूप से महानगर अध्यक्ष जितेन्द्र चौरसिया,उपाध्यक्ष सुनील मनोचा, गौरव गौतम, सोनू चौधरी, राजेश भाटिया, उमेश चौधरी उपस्तिथ रहे।