संपादक दीपक मदान
आज दिनांक 8 जुलाई 2022 को रेलवे स्टेशन ज्वालापुर के निकट शहर व्यापार मंडल ज्वालापुर के नेतृत्व में बड़ी संख्या में व्यापारियों ने एकत्र होकर विद्युत विभाग की मनमानी के विरोध में प्रदर्शन किया गया एवम नारेबाजी की ।
शहर अध्यक्ष विपिन गुप्ता एवं महामंत्री विक्की तनेजा ने कहा कि जब से गर्मी का मौसम शुरू हुआ है तभी से बिना किसी पूर्व सूचना के 8 से 10 घंटे तक की विद्युत कटौती ने व्यापारियों को एवं आमजन को भारी संकट में डाल रखा है। अघोषित कटौती का समय कोई निश्चित नहीं है कम से कम 3 घंटे और अधिकतम कोई समय सीमा नहीं है,विभाग द्वारा बिजली आपूर्ति बंद कर दी जाती है ।
विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेने के लिए जब फोन किया जाता है तब जवाब मिलता है की लाइट ऊपर से बंद है, कोई भी अधिकारी एक भी संतोषजनक जवाब देने में सक्षम नहीं होता ।
विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि इस समय मांग अधिक है और पीछे से हमें सप्लाई पूरी नहीं मिल पा रही है, व्यापार मंडल में जब यह तर्क दिया कि प्रत्येक कनेक्शन का आप पूरा पूरा शुल्क जमा करते हैं धरोहर राशि भी जमा करते हैं मासिक बिल भी उपभोक्ता से प्राप्त करते हैं सारे टैक्स, सारे सर्विस चार्ज,फिक्स्ड चार्जेस उपभोक्ता आपको प्रदान करता है तो आप उपभोक्ता को सेवा उसी रूप में क्यों नहीं प्रदान करते । व्यापार मंडल प्रतिनिधियों के इस सवाल पर अधिकारी बगले झांकने लगते हैं।
कोरोना के संकट काल के बाद व्यापारी वर्ग पहले ही पूरी तरह से टूट चुका है उस पर दुकान खोलते ही लाइट ना होना, शाम के समय लाइट ना होना, पूरे दिन वोल्टेज का ना होना व्यापारी को बहुत पीछे धकेल रहा है क्योंकि अनेक व्यवसाय बिजली आपूर्ति पर निर्भर है चाहे वह खाद्य सामग्री से संबंधित कार्य है चाहे वह तकनीकी कार्य है चाहे वह शिक्षण संस्थान है चाहे कपड़े की, जूते की,ज्वेलरी की दुकानें हैं दूध दही की डेयरी है, हर व्यवसाय को चलाने के लिए बिजली आपूर्ति की आवश्यकता पड़ती है ।
व्यापार मंडल संरक्षक रवि धींगरा एवं प्रवीण कुमार ने कहा कि अब से 3 माह पूर्व जब व्यापार मंडल द्वारा मुख्य अभियंता महोदय का उनके कार्यालय में जाकर घेराव किया गया था तब से कुछ समय के लिए विद्युत आपूर्ति सुचारू कर दी गई थी परंतु कुछ दिन के उपरांत ही सब व्यवस्था पहले की तरह ही खराब हो गई है । अवर अभियंता से लेकर मुख्य अभियंता तक कोई भी समस्या का उचित समाधान निकालने में असमर्थ हैं । बिजली के बिलों में निरंतर बढ़ोतरी की जा रही है, नये कनेक्शन लेने पर धरोहर राशि किलोवाट के हिसाब से ली जाती है, इसके अलावा फिक्स्ड चार्जेस एवं टैक्स लगाकर उपभोक्ता को बिल दिया जाता है, परंतु विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से नही दी जाती । अगर अभी भी विद्युत विभाग द्वारा यह व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं की गई तो विवश होकर प्रदेश स्तर पर, जिले स्तर पर, शहर स्तर पर विद्युत विभाग के विरुद्ध व्यापार मंडल द्वारा चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा ।
आज के प्रदर्शन में बलदेव तनेजा, रवि पाहवा, तिशु अरोड़ा,सुमित अग्रवाल,प्रदीप सेठी,प्रेम अरोड़ा,गौरव अरोड़ा,गौरव छाबड़ा,तुषार गाबा,कमल अरोड़ा,गौरव जयसिंह,राजीव बाटला,सुरेंद्र सिंह, अमितपाल सिंह,संजीव मेहता,मनीष धमीजा,सौरभ अरोड़ा,सुमित पटपटिया,राहुल आहूजा,सुभाष तनेजा,कौशल तनेजा,पंकज सेठी,मनोज सिंह,सुशील विरमानी,देवेंद्र तनेजा,राजकुमार अरोड़ा,निर्दोष अरोड़ा,शिवा आनंद, सोनू अरोड़ा,ओम प्रकाश आदि उपस्थित रहे ।