नवीन शर्मा की रिपोर्ट
“ऑपरेशन मुक्ति“- भिक्षा नहीं, शिक्षा दें “Support to educate a child”
बच्चों को भिक्षावृत्ति से मुक्त कर शिक्षा की ओर अग्रसर करने के लिए जनपद में दो माह तक चलाए जा रहे अभियान “ऑपरेशन मुक्ति” का किया गया शुभारम्भ, जनपद के समस्त कोतवाली/ थाना प्रभारियों एवं विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ किया गया गोष्ठी का आयोजन। पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड अशोक कुमार महोदय द्वारा प्रदेश भर में भिक्षावृत्ति मे लगे बच्चों को भिक्षावृत्ति के दलदल से मुक्त कर शिक्षा की ओर अग्रसर करने एवं उनके पुनर्वास हेतु नियमानुसार कार्यवाही करने हेतु भिक्षा नहीं, शिक्षा दें, व Support to educate a child की थीम पर प्रदेश के सभी जनपदों में दिनाँक 1 अगस्त,2022 से 30 सितम्बर,2022 तक दो माह का ऑपरेशन मुक्ति अभियान चलाए जाने हेतु निर्देशित किया गया है। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक जनपद चमोली श्रीमती श्वेता चौबे महोदया द्वारा जनपद चमोली में ऑपरेशन मुक्ति अभियान को सफल बनाये जाने हेतु जनपद के सभी कोतवाली/थाना प्रभारियों को प्रभावी कार्यवाही करने एवं बच्चों के भिक्षावृत्ति से मुक्त करने व शिक्षा के लिए प्रेरित करने हेतु आमजनमानस को अधिक से अधिक जागरुक करने के आदेश दिये गए हैं। जनपद चमोली में उक्त अभियान सफलता हेतु पुलिस अधीक्षक चमोली महोदया द्वारा नामित नोडल अधिकारी श्रेत्राधिकारी ऑपरेशन नताशा सिंह द्वारा आज दिनाँक 3.8.2022 को पुलिस कार्यालय गोपेश्वर सभागार में
विभिन्न विभागों यथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, जिला समाज कल्याण अधिकारी, अभियोजन अधिकारी, जिला श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास, चाइल्ड हेल्प लाईन, सी0डब्ल्यू0सी0, शिक्षण समिति के पदाधिकारियों एवं जनपद के समस्त कोतवाली/थाना प्रभारियों के साथ गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में उपस्थित उपरोक्त विभागों के पदाधिकारियों से उनसे सम्बन्धित कार्यों के क्रियान्वयन जैसे- निःशुल्क कानूनी सहायता प्रदान किए जाने, चिकित्सा शिविरों का आयोजन किए जाने,कल्याणकारी नीतियों की जानकारी देने, शिक्षा सम्बन्धी जानकारी उपलब्ध कराने के साथ शिक्षा के प्रति जागरुक करने, रोजगार दिए जाने, बच्चों के विकास के प्रति जागरुक किए जाने की अपेक्षा की गई।
दो माह तक चलने वाला यह अभियान तीन चरणों में चलाया जाएगा।
पहले चरण में भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों व उनके परिवारों का पूर्ण विवरण प्राप्त किया जाएगा साथ ही ऐसे बच्चों का भी चिन्हीकरण होगा जिनका विद्यालयों व डे केयर में दाखिला किया जाना है।
दूसरे चरण में सभी स्कूल-कॉलेजों, सार्वजनिक स्थानों, धार्मिक स्थलों, बस व टैक्सी स्टेशनों, आदि पर बच्चों को भिक्षा ना दिए जाने के सम्बन्ध में जागरुकता अभियान चलाकर आम जनता को अधिक से अधिक जागरुक किया जाना है।
तीसरे चरण में भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को भिक्षावृत्ति से हटाकर उनके व उनके परिजनों की काउंसलिंग कराकर बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया जाएगा।
बच्चों को भिक्षावृत्ति के दलदल से निकालकर शिक्षा की ओर अग्रसर कर बच्चों को अपराधी बनने से रोकना एवं उनके उज्जवल भविष्य के निर्माण करना ऑपरेशन मुक्ति अभियान का मूल उद्देश्य है, जिसे सफल बनाने के लिए आमजनमानस की सहभागिता महत्वपूर्ण है।
उक्त गोष्ठी में कुलदीप गैरोला (सीईओ),श्रीमती प्रभा रावत,अनीता रावत (बाल हैल्प लाइन), गीता नेगी (आईसीडीएस), पान सिंह रावत (सी डब्ल्यू सी), डॉ. पंकज सिंह रावत (स्वास्थ्य विभाग), राकेश थपलियाल (शिक्षा विभाग), निरीक्षक मनोज नेगी, उ.नि. संजीव चौहान, महिला उ.नि. मीता गुसांई, महिला उ.नि. पूनम खत्री, महिला उ.नि. सुधा बिष्ट, एवं जनपद स्तर पर ऑपरेशन मुक्ति अभियान हेतु गठित पुलिस टीम में नियुक्त महिला एवं पुरुष कर्मी, उपस्थित रहे।