संपादक :- दीपक मदान
श्री गणपति महोत्सव प्रारंभ होने वाले है जिसके लिए बाज़ार में पी. ओ. पी. से गणेश जी की मूर्तियों का उत्पादन बड़े स्तर पर किया जा रहा है जिसको पूजा अर्चना करने के बाद गंगा जी विसर्जित किया जाता है जो की अत्यंत ही दुभाग्यपूर्ण है क्योंकि इससे गंगा तो प्रदूषित होती ही है साथ में जितने भी जीव जंतु गंगा जी के जल में रहते है वह भी प्रभावित होते हैं जिसको खाने से उनकी मृत्यु तक हो जाती है। जो की घोर पाप है । आस्था के अनुरूप आम जनमानस में भी गंगा जल का प्रयोग करता है जिससे सभी को बीमारियों का भय बना रहता है । हम शासन प्रशासन से यह मांग करते है की आप इस विषय को अविलंब संज्ञान में लेते हुए उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें । जिससे किसी का भी आर्थिक नुकसान न हो । आपसे आग्रह है की आप उत्सव की अनुमति प्रदान करते हुए उसमे यह सुनिश्चित कर दे की किसी भी संस्था के द्वारा पी. ओ. पी. से बनी मूर्तियों की स्थापना नही की जाएगी ।