नवीन शर्मा की रिपोर्ट
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवंत चौहान जनपद पौड़ी गढ़वाल के नेतृत्व में, ऑपरेशन कोटद्वार/ नोडल अधिकारी वैभव सैनी के निकट निर्देशन में एवम प्रभारी निरीक्षक ahtu, कोटद्वार राजेंद्र सिंह खोलिया के प्रभार में 02 माह लिए प्रदेश स्तर पर चलाए जा ऑपरेशन मुक्ति इस अभियान की थीम भिक्षा नहीं शिक्षा दें।
वर्तमान में ऑपरेशन मुक्ति के तहत उत्तराखंड पुलिस द्वारा ऐसे शिक्षा से वंचित बालकों को चिन्हित तथा इनके माता – पिता एवम सामाजिक कार्यकर्ता,स्कूल,कॉलेज के अध्यापक और विधार्थियों को इन बालकों का सहयोग करने के लिए उत्साहित किया जा रहा है, जो बालक या तो भीख मांग रहे है या पढ़ाई छोड़कर अन्य कोई काम कर रहे है।
आज दिनांक 10-9-22 को उत्तराखंड जनपद पौड़ी के उप निरीक्षक कृपाल सिंह के पास सीनियर अधिवक्ता B M gour का फोन आया कि हम आपसे मुलाकात करना चाहते है। मुलाकात होने पर बातचीत में बी एम गौर द्वारा बताया गया कि उत्तराखंड पुलिस का ऑपरेशन मुक्ति अभियान चल रहा है और उसमें जिन बालकों की पढ़ाई किसी कारण छुट गई है या जो बालक और उनके माता पिता स्कूली पढ़ाई के महत्त्व को भली भांति नहीं समझ पाते है। जिससे शिक्षा के स्तर में काफी कमी आ रही है।मैंने न्यूज में पढ़ा था कि ऐसे बालकों के बतौर संरक्षक बनकर उनको ऑपरेशन मुक्ति के तहत गोद लिया जा रहा है। अभी हाल ही में आपके द्वारा एक बालिका का जीजीआईसी,कोटद्वार स्कूल में एडमिशन 9वीं कक्षा में कराया गया है। जिसकी शिक्षा तीन वर्षों से रूक गई थी। में उस बालिका को बतौर बेसिक स्कूली पढ़ाई संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति कराने के लिए उसको गोद लेना चाहता हुं। मैं अपर पुलिस अधीक्षक, कोटद्वार शेखर सुयाल और क्षेत्राधिकारी विभव सैनी से काफी प्रभाभित हुं कि उन्होंने इस अभियान के तहत दो -दो स्कूली बालकों को उनकी पढ़ाई की देखरख तथा मार्गदर्शन के लिए गोद लिया है। बालिका के परिजनों से द्वारा मोबाइल फोन सीनियर अधिवक्ता,कोटद्वार बीएम गौर की बात कराई तो बालिका के परिजन और अधिवक्ता दोनों प्रसन्न मुद्रा में खुश होते हुए बालिका के पढ़ाई के भविष्य को लेकर चर्चा कर रहे थे। सीनियर अधिवक्ता के द्वारा ऑपरेशन मुक्ति टीम को अपने आवास पर ले जाकर जलपान करा कर यह कहते हुए कराया की ऑपरेशन मुक्ति केवल उत्तराखंड पुलिस का ही अभियान नहीं है। बल्कि इस अभियान में हम सब जुड़कर एक बेहतर शिक्षा बच्चों को दिलवाकर एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर सकते है। गोद लेने की सोच की प्रक्रिया की तारीफ करते हुए सीनियर अभिवावता ने कहा की में अपर पुलिस अधीक्षक शेखर सुयाल से बहुत ही प्रभावित हुं। इसके साथ ही अपने अन्य परिजनों / सगे संबंधियों से भी इस अभियान को सफल बनाने के लिए जुड़ने का आग्रह किया गया।