सम्पादक :- दीपक मदान
रुड़की।हजरत मखदूम साबिर पाक रहमतुल्ला अलै.के 754 वें उर्स के मौके पर इस बार पाकिस्तान से 186 जायरीन का जत्था आगामी 7 अक्टूबर को पिरान कलियर पहुंचेगा तथा 11 अक्टूबर को रुड़की से वापस पाकिस्तान रवाना होगा।आयोजन समिति के संयोजक व अंतर्राष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस्लामाबाद के भारतीय दूतावास में 200 जायरीन द्वारा पिरान कलियर शरीफ उर्स में आने के लिए आवेदन किया,जिसमें लगभग 186 लोगों को अनुमति मिल गई है।उन्होंने बताया कि इस बार दिल्ली से पाकिस्तान दूतावास के सांस्कृतिक सचिव व लाइजन अधिकारी भी पाक जत्थे की देखरेख और जियारत के लिए पिरान कलियर पहुंचेंगे।उन्होंने बताया कि आगामी 7 अक्टूबर को मेला अधिकारी/एसडीएम विजय नाथ शुक्ल व वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स दरगाह,पिरान कलियर निगरानी कमेटी के चेयरमैन विधायक हाजी सरवत करीम अंसारी,बोर्ड में निगरानी कमेटी के वरिष्ठ सदस्य राव मुनफैत एड.,अनीस अहमद,डा.मुहम्मद हसन, अली नकवी तथा रुड़की के गणमान्य लोग पाकिस्तानी का स्वागत करेंगे उनके सालाना उर्स के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि आगामी 8 अक्टूबर को महफिल एक किरात का कार्यक्रम रात्रि 9 बजे दरगाह मस्जिद में होगा,जिसमें देश के हाफिज व कारी हजरात भाग लेंगे।9 अक्टूबर को कुल शरीफ,10 अक्टूबर को सूफी संत सम्मेलन,11 अक्टूबर को महफिल-ए-कव्वाली,12 अक्टूबर को कुल हिंद मुशायर आयोजित किया जाएगा।17वीं महफिल के बाद मेले का समापन होगा,जिसमें उत्तराखंड नागरिक सम्मान समिति द्वारा पत्रकारों एवं मेला में सेवारत अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा।समिति के सचिव अफजल मंगलौरी ने बताया कि छ: वर्षों से वक्फ बोर्ड तथा दरगाह प्रशासन द्वारा कार्यक्रम के लिए कोई धनराशि नहीं दी गई,इसलिए पूर्व के छ: वर्षों में समिति की ओर से अपने स्तर पर सभी ओर से कार्यक्रम आयोजित किए गए।उन्होंने कहा कि जो वक्फ बोर्ड की नई कमेटी इस वर्ष गठित की गई है,उसके सहयोग से उर् में स अनेक आयोजन किए जाएंगे।