सम्पादक :- दीपक मदान
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार उत्तराखंड की पहल पर तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय सुखवीर सिंह,जनपद पौड़ी गढ़वाल के कुशल नेतृत्व में एवम अपर पुलिस अधीक्षक महोदय, कोटद्वार शेखर चंद सुयाल व क्षेत्राधिकारी/नोडल अधिकारी महोदय वैभव सैनी के निकट निर्देशन में एवम प्रभारी निरीक्षक ahtu, कोटद्वार, राजेंद्र सिंह खोलिया के प्रभार में माह लिए प्रदेश स्तर पर 02 माह के लिए चलाए जा रहे “ऑपरेशन मुक्ति” अभियान की थीम है “भिक्षा नहीं शिक्षा दें” व ” support to educate a chaild ” है।
आज दिनांक 16-3-23 को उत्तराखंड जनपद पौड़ी गढ़वाल ऑपरेशन मुक्ति टीम के अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह के द्वारा सुभाष चंद बोस छात्रावास, श्रीनगर जनपद पौड़ी में जाकर 12 बच्चों का दाखिला कराया गया। इस छात्रावास में बालक को रहने,खाने ,ड्रेस, दवाई गोली आदि से लेकर छात्रवृति की भी व्यवस्था है।
सबसे बड़ी दिक्कत ऐसे बच्चों की पढ़ाई में जिनके मां – बाप को पढ़ाई का महत्व पता नहीं होता है या अपनी आर्थिक तंगी या कामकाज में बिजी रहने के कारण या नशे में लिप्त रहने के कारण स्कूल का होम वर्क नहीं कर पाते है। बात ये है कि बालक स्कूल तो जा रहा है,लेकिन स्कूल का होमवर्क नहीं कर पा रहा है। क्योंकि उसकी पढ़ाई की कोई निगरानी ही नहीं कर रहा है। इसलिए भी बालक का रुख स्कूल की ओर से हट जाता है। बालक ऐसे छात्रावास में रहकर बालक आवारा गर्दी, भीख मांगना , कबाड़ा चुगना , गुब्बारे बैंचना तथा बाल तस्करी आदि से बच जाता है। जिन बालकों के माता पिता या इनमे से किसी एक की मृत्यु हो जाती है तो बालक पर परिजनों का कंट्रोल कम हो जाता है। बालक की सही से परवरिश नहीं हो पाती है। जब बालक आर्थिक तंगी के कारण रहने, खाने – पीने आदि की सुविधा से वंचित रहता है और बाल मजदूरी, भीख मांगना , कबाड़ा चुगना, या गुब्बारे आदि बैंचना उसकी मजबूरी हो जाती है। इन सब से छुटकारा दिलाने के लिए नेता सुबाशचंद बोस जैसे छात्रावास निश्चित ही आने वाले समय में सरकार की बेहतर व्यवस्था साबित होंगे और बच्चों के भीख मांगने, बाल मजदूरी करने या गुब्बारे बैंचने या अन्य ऐसे कार्य जिनसे उनका भविष्य बेकार हो रहा है छुटकारा मिल जाएगा। फिर भी उत्तराखंड पुलिस ऑपरेशन मुक्ति अभियान से आम जनता तथा शिक्षा से वंचित बच्चों को उनके रहने के आसपास स्कूलों दाखिला कराकर स्थानीय जनता के भले व्यक्तियों को उनकी निगरानी की जिम्मेदारी देते हुए खुद भी उनकी पढ़ाई की निगरानी से लेकर हर संभव मदद कर रही है। उत्तराखंड जनपद पौड़ी ऑपरेशन मुक्ति टीम के इस कार्य की बालकों के परिजन व छात्रावास प्रबंधक द्वारा काफी सराहना की गईं।
पुलिस टीम:-
1-महिला उपनिरीक्षक सुमनलता
2- अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह
3-हेड कांस्टेबल आशीष बिष्ट
4-कांस्टेबल मुकेश कुमार
5-कांस्टेबल मुकेश डोबरियाल
6-महिला कांस्टेबल विद्या मेहता।