सम्पादक :- दीपक मदान
उत्तराखंड पौड़ी “ऑपरेशन मुक्ति” टीम द्वारा स्कूल में जाकर, बच्चों को उनके खिलाफ होने वाले बाल शोषण से जागरूक किया और बताया कि जीवन में शिक्षित होना क्यों जरूरी है। महानिदेशक महोदय अशोक कुमार की पहल पर तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया श्रीमति श्वेता चौबे,जनपद पौड़ी गढ़वाल के निर्देशन में एवम अपर पुलिस अधीक्षक महोदय, कोटद्वार शेखर चंद सुयाल व क्षेत्राधिकारी कोटद्वार गणेश लाल कोहली व नोडल अधिकारी महोदय वैभव सैनी के निकट निर्देशन में एवम प्रभारी निरीक्षक ahtu, कोटद्वार, राजेंद्र सिंह खोलिया के प्रभार में 02 माह लिए प्रदेश स्तर पर चलाए जा रहे “ऑपरेशन मुक्ति” जिसकी थीम है,”भिक्षा नहीं शिक्षा दें।
उत्तराखंड जनपद पौड़ी “ऑपरेशन मुक्ति” टीम के अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह, हमराह एचजी कृष्ण चंद नवानी के द्वारा गंगा भोगपुर, चीला के राजकीय इंटर कालेज और प्राइमरी स्कूल में जाकर छात्र और छात्राओं को बताया गया कि विधार्थी जीवन से सीखने के लिए और कोई अच्छा जीवन हो ही नही सकता है। आप अपना स्कूल का कार्य प्रत्येक दिन पूरा करना चाहिए। आज का काम कल पर मत छोड़ो। आप अपने आस- पास अपने जूनियर को भी, जो पढ़ाई में कमजोर हो उसका पढ़ा कर उसका भविष्य बना सकते हो। जब आप किसी को पढ़ाएंगे तो आपके ज्ञान में भी वृद्धि होगी। आप घर से स्कूल आते समय और घर जाते समय किसी अजनबी आदमी के वाहन में ना बैठे और ना किसी किसी की दी हुई वस्तु खाएं। कोई अजनबी यदि ये बोलकर भी खिलाता है की ये प्रसाद है तो भी आप ना खाए हो सकता है वो आपको नशे की वस्तु खिलाकर आपके जीवन को संकट में डाल सकता है। सरकार स्कूल में बच्चों के लिए खाना,ड्रेस,किताब, कॉपी आदि सभी सुविधाएं दे रही है। आपके माता पिता पर पढ़ाई का कोई खास आर्थिक बोझ नहीं है। आपके माता पिता बहुत अच्छे है जो आपको स्कूल भेज रहे है। आपको अपने माता पिता तथा टीचर और सरकार की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहिए। यदि कोई बच्चा स्कूल आने के बाद भी अक्षर ज्ञान नहीं ले पाया तो उसका जीवन अंधे,गूंगे और बहरे की तरह ही हो जायेगा। किसी भी हालत में समय से स्कूल आओं और स्कूल से घर जाओ ताकि आपके घर और स्कूल में आपका एक विश्वास जम जाए की आप समय से स्कूल आते हो और समय से ही घर जाते हो। ज्यादातर बच्चों के साथ घटना स्कूल से अन्य कहीं चले जाने और घर पर ना जाने के कारण घटित होती है। घर वाले सोचते है की हमारा बच्चा स्कूल होगा और स्कूल वाले सोचते है की घर होगा। जब भी कही जाते हो तो घर वालों को बताओ और किसके साथ जा रहे हो उसका नाम भी बताओ। आप किसी को भी कोई बच्चा हो या बड़ा आदमी भीख ना दें। कोई भी भिखारी अपराधी भी हो सकता है। यदि कोई आपका घर से स्कूल और स्कूल से घर आते समय पीछा करता है तो आप इसकी जानकारी तुरंत ही अपने माता पिता और गुरुजी एवम पुलिस को 112 नंबर पर देनी चाहिए। जो बालक विद्यार्थी जीवन में शिक्षा मूल्य जानता है उसका जीवन सफल और अमूल्य हो जाता है। आप की बीच से ही एसपी, डीएम,डॉक्टर, मंत्री, प्रधान मंत्री, वैज्ञानिक बनेंगे। आप भारत देश का भविष्य हो।
उत्तराखंड पौड़ी “ऑपरेशन मुक्ति” टीम के जागरूकता अभियान की बच्चों को अध्यापकों के द्वारा काफी सराहना की गई।
पुलिस टीम:-
1-महिला उपनिरीक्षक सुमनलता
2-अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह
3 – कांस्टेबल आशीष बिष्ट
4-कांस्टेबल मुकेश डोबरियाल
5-महिला कांस्टेबल विद्या मेहता।