सम्पादक :- दीपक मदान
रुड़की।मुकद्दस रमजान के अलविदा जुमा की नमाज नगर की जामा मस्जिद में अकीदत के साथ अदा की गई।इस दौरान नमाजियों से खचाखच भरी जामा मस्जिद में नमाजियों ने अपने गुनाहों से तौबा के साथ ही मुल्क में अमन-शान्ति,खुशहाली व प्रदेश की तरक्की के साथ-साथ कौम की उन्नति की भी दुआएं मांगी।जामा मस्जिद में अलविदा जुमा की नमाज मुफ्ती मोहम्मद सलीम ने अदा कराई।मौलाना अजहर उल हक ने अलविदा जुमा की नमाज से पहले अपने बयान में कहा कि रमजान उल मुबारक का पाक महीना आज पूरा हो रहा है और इस पाक महीने में हमने रोजे रखने के अलावा जो इबादत की,उसमें हमसे कोई कोताही हो गई हो तो अल्लाह हमारी उसे गलती को माफ कर रोजे की बरकत से हमारी इबादत को कबूल करें।हमें रमजान का महीना इस बात की सीख देता है कि हम पूरे साल दयानतदारी,ईमानदारी,सब्र और भाईचारे की मजबूती के लिए काम करें।उन्होंने कहा कि रोजा और इबादत के अलावा मुसलमान पर बेसहारा,गरीब व जरूरतमंद लोगों की भरपूर मदद करने के लिए भी रमजान का यह ऐसा अवसर है,जिसमें हम अल्लाह को राजी करने के लिए अपनी तरफ से जकात और फितरा निकालें,ताकि उन मजलूम लोगों को भी ईद की खुशियां हासिल हो सकें।मुफ्ती मोहम्मद सलीम ने कहा कि जान के महीने में सभी मुस्लिम लोग जकात और फितरा निकालते हैं,जिससे उन लोगों की मदद हो जाती है।कारी शमीम अहमद,मौलाना नसीम अहमद कासमी,मौलवी मोहम्मद हारून,इमाम जावेद आलम ने भी नमाज से पहले बयान में रमजान के अलविदा जुमा पर प्रकाश डाला और फितरा की रकम पचास रुपए ईद की नमाज से पहले अदा किए जाने का एलान किया।नगर निगम,रुड़की द्वारा जामा मस्जिद सहित नगर की तमाम मस्जिदों के आसपास बेहतर सफाई व्यवस्था के साथ-साथ चूना आदि का छिड़काव कराया गया।जामा मस्जिद के अलावा अलविदा जुमा की नमाज आईआईटी मस्जिद,सफरमैना मस्जिद,फातिमा मस्जिद,मदीना मस्जिद,नूर मस्जिद,शेख बेंचा मस्जिद, मरकज वाली मस्जिद, मस्जिद लोहारन,मस्जिद कानूनगोयान,सिविल लाइन मस्जिद,पुरानी कचहरी मस्जिद,ईदगाह मस्जिद, रेलवे स्टेशन मस्जिद, शेखपुरी मस्जिद,आजाद नगर मस्जिद,ईदगाह मस्जिद व मस्जिद रहीमिया के अलावा आसपास के देहातों की मस्जिदों में भी अदा की गई।इस अवसर पर जामा मस्जिद के मौलाना अरशद कासमी,इमाम कारी मोहम्मद कलीम,इं.मुजीब मलिक,हाजी फुरकान अहमद विधायक,अफजल मंगलौरी,डॉ.नैयर काजमी,हाजी नौशाद अली,हाजी मोहम्मद सलीम खान,हाजी लुकमान कुरैशी,डॉ.मोहम्मद मतीन,शेख अहमद जमां,मौफीक अली,एड.जावेद अख्तर,इमरान देशभक्त,मेहरबान अली,अब्दुल वहीद भूरा,
जहांगीर अहमद,रियाज कुरैशी,सलमान फरीदी,मोहम्मद असलम कुरैशी,कलीम खान,हाजी महबूब कुरैशी,हाजी मो.मुमताज,सैयद नफीस उल हसन,अलीम सिद्दीकी,मोहम्मद शहजाद अंसारी,मुबश्शिर अली, रहमत अली व मास्टर हैदर आदि मौजूद रहे।