सम्पादक :- दीपक मदान
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र जिलाधिकारी हरिद्वार को भी भेजी प्रतिलिपि।जनता की जान जोखिम में डालने वाले विधुत विभाग अधिकारियों पर करे कार्यवाही । कंप्लेंट रिसीव करने वाले कर्मचारी जनता को नही देते सही जवाब जनता से अभद्रता करने वाले जनता की शिकायतों पर कार्यवाही न करने वाले कई सालों से एक ही स्थान पर कार्यरत विधुत विभाग कर्मचारियों , अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में किया जाए बदलाव। भूमिगत जर्जर पोल दे रहे हादसों को न्यौता सम्बंधित गैर जिमेदार अधिकारियों पर हो कार्यवाही। बरसात में खुले पोल जर्जर खम्बे लटकती तारे जनता आवारा पशुओं के की जान पर भारी कुम्भकर्णी नींद में सोया विभाग। महानगर व्यापार के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने लाचार कुम्भकर्णी नींद में सोए विधुत विभाग के गैर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग मुख्यमंत्री से की। सुनील सेठी ने मेल के माध्यम से पत्र भेजकर मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि गत वर्षों पूर्व में भूमिगत विधुत लाइन के कार्य हुए जिसमे उसी समय से जर्जर खुले पोल जगह जगह लापरवाही से लटके मीटर, पोल, बक्से हादसों को न्योता दे रहे है अब बरसात में वो जनता और आवारा पशुओं की जान जोखिम में डाल रहे है लेकिन लापरवाही का आलम ये है कि सम्बंधित विभाग के कानों पर जूं नही रेंग रही कई बार शिकायतो के बावजूद भी इन्हें ठीक नही किया गया जिसका खामियाजा अब जनता पर भारी पड़ रहा है। सम्बंधित विभाग द्वारा जरा सी बारिश हवा में भूमिगत कार्यो के बावजूद घण्टो लाइन बंद कर दी जाती है फोन पर कम्प्लेंट करने वाले व्यक्तियों की कंप्लेंट नोट की जगह उनसे अभद्रता की शिकायते रोजाना प्राप्त होती है । विभाग कर्मचारियों पर सम्बंधित अधिकारियों का अंकुश नही है । ऐसे कर्मचारियों या अधिकारियों के कार्यक्षेत्र बदले जाए जो जनता की शिकायतो को गम्भीरता से नही लेते एवं जिनकी वजह से जनता की जान जोखिम में डाली जा रही है उन पर कार्यवाही की जाए। जल्द से जल्द जर्जर पोल , बक्सों, ट्रांसफार्मरों को ठीक किया जाए अन्यथा विभाग के खिलाफ सड़को पर उतरकर विरोध जताया जाएगा। मांग करने वालो में मुख्य रूप से महानगर अध्यक्ष जितेंद चौरसिया, महामंत्री नाथीराम सैनी, कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुनील मनोचा, एस एन तिवारी, पंकज माटा, अनिल कुमार, भूदेव शर्मा, धर्मपाल प्रजापति, गणेश शर्मा, मनोज ठाकुर, तरुण यादव, दीपक कुमार, अंकुश अरोड़ा, रवि शर्मा, राजेश भाटिया, उमेश चौधरी, रोहित भसीन, मनीष कुमार रहें।