सम्पादक :- दीपक मदान
महानिदेशक अशोक कुमार की पहल पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे जनपद पौड़ी गढ़वाल के निर्देश पर तथा अपर पुलिस अधीक्षक ,कोटदार शेखर सुयाल एवम क्षेत्राधिकारी/ नोडल अधिकारी ऑपरेशन मुक्ति विभव सैनी के निकट निर्देशन में, निरीक्षक राजेंद्र सिंह खोलिया के प्रभार में
अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह के द्वारा जनपद पौड़ी गढ़वाल कोटद्वार के गांव खूनीबड में बच्चों के माता -पिता को बताया गया कि यदि बच्चा पढ़ना चाहे और मां बाप राजी नहीं है तो भी बच्चा नहीं पढ़ सकता। आपके बच्चों में पढ़ाई के लिए बहुत उत्साह दिखाई दे रहा है। यदि आप भी अपने बच्चों के साथ खड़े हो जाते हो और गरीबी या अन्य किसी भी दिक्कत के आने पर भी आप बच्चों को स्कूल जरूर भेजोगे तथा स्कूल का होम वर्क समय से पूरा करायोगे तो निश्चित ही आने वाले समय में आपके बच्चों का भविष्य अच्छा होगा। अपर उप निरीक्षक द्वारा बच्चों को पढ़ने के लिए ब्लैक बोर्ड,डस्टर,मारकर, इंक आदि प्रदान कर स्कूली होम वर्क सेटर खोला गया। ताकि सभी बच्चे एक साथ प्रश्नों को समझ सकें। साथ आए प्रमोद कुमार स्कूल प्रिंसिपल ने बच्चों के माता पिता से कहा कि सबसे पहले बच्चों का स्कूल में नामांकन होता है,फिर ठहराव (बच्चों को रोज स्कूल भेजो अनुपस्थित नहीं होने देना),उसके बाद संप्राप्ति जिसका मतलब है स्कूल आने के बाद आपके बच्चे ने क्या पाया आपका बच्चा डॉक्टर,इंजीनियर,व्यापारी, जनसेवक बना या एक अच्छे जीवन जीवन की समझ आ गई क्या । सुनितादेवी ने ऑपरेशन मुक्ति अभियान को उत्तराखंड प्रशासन की एक सुंदर पहल बताया कि हम देख रहे है कोटद्वार या उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से शिक्षा से दूर बच्चों को ऑपरेशन मुक्ति अभियान के द्वारा स्कूल में प्रवेश कराया जा रहा है और इसके बेहतर परिणाम देखने को मिल रहे है और साथ ही में भी खुद अपनी इच्छा से इस अभियान से जुड़ी हुई हुं। कौथिगैर सास्कर्तिक समिति के अध्यक्ष श्री राकेश शाह के द्वारा बच्चों को उत्तराखंड के सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जोड़ने के लिए कहा कि समय -समय पर हम इस स्कूली होम वर्क सेंटर में आकर बच्चों को उत्तराखंड की संस्कृति से जोड़ने का प्रयास करेंगे। उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी और एसएसपी पौड़ी का ऑपरेशन मुक्ति बहुत ही अच्छा कार्य है। हम इसकी सराहना करते है।
1-महिला उपनिरीक्षक सुमनलता
2-अपर उप निरीक्षक कृपाल सिंह
3-कांस्टेबल मुकेश डोबरियाल
4-महिला कांस्टेबल विद्या मेहता।
5- कांस्टेबल सूर्यकांत सैनी