सम्पादक :- दीपक मदान
हरिद्वार 21 जून
एस एम जे एन पी जी कॉलेज हरिद्वार में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा दो दिवसीय योग उत्सव का आयोजन आज अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर समापन किया गया।
योग दिवस की पूर्व संध्या पर योग उत्सव के प्रथम दिन जिला स्तरीय योग आसन चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। जिसमे जिले के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से 28 प्रतिभागियों ने निर्णायक मंडल के समक्ष अपने योग आसनों का प्रदर्शन किया। यह चैंपियनशिप बाल वर्ग तथा युवा वर्ग दो चरणों में आयोजित की गई। योगी रजनीश , योगाचार्य ओम आरोग्य योग मंदिर, योगाचार्या श्रीमती रेणु आर्य तथा हिमांशी ने निर्णायक मंडल की भूमिका निर्वहन करते हुए प्रतिभागियों में से अलग अलग वर्ग में तीन विजेताओं का चयन किया।
बाल वर्ग में धूम सिंह मेमोरियल स्कूल से सिद्धार्थ गौतम को प्रथम पुरस्कार, उद्देश्वर पब्लिक स्कूल से वंश गुप्ता एवं शिवम को संयुक्त रूप से द्वितीय तथा राजकीय विद्यालय जमालपुर से आरती को तृतीय पुरस्कार मिला। जबकि युवा वर्ग में एस एम जे एन पी जी कॉलेज से मानसी वर्मा को प्रथम, एच ई सी से हिमानी को द्वितीय तथा एस एम जे एन पी जी कॉलेज से कुमकुम जैन को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। आज योग उत्सव के दूसरे दिन महाविद्यालय प्रांगण में शिक्षको, कर्मचारियों तथा छात्र छात्राओं द्वारा योग अभ्यास द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को उत्साह से मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र गौरव बंसल दिया योग अभ्यास कराया गया।
महाविद्यालय द्वारा आयोजित योग उत्सव के अवसर पर प्राचार्य प्रो सुनील कुमार बत्रा ने युवाओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि सभी को अपने जीवन में योग को अपनाना चाहिए क्योंकि योग ही स्वास्थ्य संवर्धन का सबसे महत्वपूर्ण साधन हैं। डॉ बत्रा ने वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा के निहितार्थ सर्व जन हिताय की सनातन संस्कृति को विस्तार से समझाया। आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ संजय कुमार माहेश्वरी ने सभी विजयी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संयोजन मुख्य रूप से डॉ अमिता मल्होत्रा, डॉ सुगंधा वर्मा तथा गौरव बंसल ने किया। इस अवसर पर प्रो जे सी आर्य, विनय थपलियाल, डॉ लता शर्मा, डॉ मोना शर्मा, डॉ रेणु शर्मा, डॉ मीनाक्षी शर्मा, डॉ रिचा मिनोचा, डॉ पल्लवी, दिव्यांश, डॉ रश्मि डोभाल, डॉ पद्मावती तनेजा, डॉ सरोज शर्मा, मोहन चंद्र पांडेय, होशियार सिंह चौहान आदि उपस्थित रहें।