सम्पादक :- दीपक मदान
रुड़की।प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं.रमेश सेमवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि शिवरात्रि का पावन पर्व 15 जुलाई 2023 शनिवार को है।श्रवण मास कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि रात्रि 8:32 तक है,उसके बाद चतुर्दशी तिथि प्रारंभ हो जाएगी।वृद्धि और ध्रुव योग,मृगशिरा,नक्षत्र,मिथुन, राशि पर चंद्रमा विराजमान रहेंगे।जल चढ़ाने का मुहूर्त रात्रि 8:32 पर रहेगा।चतुर्दशी तिथि 15 जुलाई रात्रि 8:32 पर शुरू होकर 16 जुलाई 2023 रात 10 08 तक रहेगी।2 दिन जल चढ़ाने का पूजन का विशेष समय मिल रहा है।15 जुलाई 2023 रात्रि से 16 तारीख रात 10:08 तक जल चढ़ा सकते हैं।शिवरात्रि को रात चार प्रहर का पूजन जरूर करें।प्रथम प्रहर का पूजन शाम 7:21 से 9:54 तक,द्वितीय प्रहर का पूजन रात्रि 9:54 से 12:27 तक,तृतीय प्रहर का पूजन 12:27 से 3:03 तक,चतुर्थ प्रहर का पूजन 3:03 से रात्रि 5:33 तक।दूध,दही,शहद,घी,शक्कर,गंगाजल,गन्ने के रस,आम के रस,मक्खन से भगवान शंकर का अभिषेक करें।बेलपत्री,धतूरा,भांग चढ़ाएं।कमल,पुष्प,चमेली के पुष्प हार सिंगार के पुष्प चंपा के पुष्प भगवान को चढ़ाएं।काले तिल,जौं,मूंग चढ़ाएं।चंदन,अक्षत मिठाई चढ़ाएं।इस प्रकार दिन-रात भगवान का पूजन करें।शिव चालीसा व शिवपुराण पढ़ें।शिव मंत्र का जाप ओम नमः शिवाय करें।