सम्पादक :- दीपक मदान
दिनांक 16 जुलाई,2023
हरिद्वार। रानीपुर विधायक आदेश चैहान, जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल, कमाण्डेंट सीआईएसएफ सत्यदेव आर्य, ईडी बीएचईएल प्रवीण चन्द्र झा, ग्रीनमैन विजय पाल बघेल उप वन संरक्षक नीरज शर्मा ने रविवार को सीआईएसएफ कैम्पस बीएचईएल में प्रकृति संरक्षणार्थ मनाये जाने वाले हरेला पर्व के अवसर पर ’जल संरक्षण एवं जल धाराओं का पुनर्जीवन विषय पर वन विभाग, जिला प्रशासन, सीआईएसएफ तथा बीएचईएल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित जागरूकता गोष्ठी में प्रतिभाग करने के पश्चात सीआईएसएफ कैम्पस बीएचईएल में विभिन्न प्रजातियों के सैकड़ों फलदार, छायादार, शोभादार तथा औषधीय पौंधों का रोपण किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये रानीपुर विधायक आदेश चैहान ने हरेला पर्व की बधाई व शुभकामना देते हुये कहा कि भारत ही एक ऐसा देश है, जहां मानव जीवन के लिये जो-जो उपयोगी व आवश्यक है, चाहे वह पीपल, बट, आवंला वृक्ष हो, जल हो, उसे धार्मिक रूप से जोड़ा गया है, जिनकी हम पूजा करते हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को संरक्षण प्रदान करने में उत्तराखण्ड की अपनी अलग पहचान है। इसी का परिणाम है कि उत्तराखण्ड का 68 प्रतिशत भू-भाग वनाच्छादित है। उन्होंने कहा कि जैसे हम अपने बच्चों की परवरिश करते हैं, उसी तरह पौंधा लगाने से लेकर उसके वृक्ष बनने तक हमें उसकी परवरिश करनी चाहिये। इसी भाव से अगर हम जुड़ेंगे, तो तभी वृक्षों का संरक्षण हो सकेगा।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि हरेला पर्व हरियाली, सुख तथा समृद्धि का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण में उत्तराखण्ड का महत्वपूर्ण योगदान है, चाहे वह चिपको आन्दोलन हो, मैत्री परम्परा हो या 1964 में चण्डी प्रसाद भट्ट का आन्दोलन हो, सभी ने प्रकृति के रक्षार्थ महती भूमिका निभाई, विशेषकर उत्तराखण्ड की मातृ शक्ति ने इनमें विशेष योगदान दिया। धीराज सिंह गब्र्याल ने हरेला के बारे में जानकारी देते हुये कहा कि यह पर्व इस वर्ष फसल कैसी होगी, उसका भी प्रतीक है, इसके अन्तर्गत तिथि के अनुसार सात प्रकार के अनाज को एक विशेष पात्र में बोया जाता है, जिसे नौवे दिन पूजा-अर्चना के बाद काटा जाता है, जिसे फिर शिरोधार्य किया जाता है। इसके तहत अगर सभी अनाज अच्छी तरह उग जाते हैं, तो इस वर्ष की फसल काफी अच्छी होने का यह संकेत है। जिलाधिकारी ने कहा कि विश्व का तापमान निरन्तर बढ़ रहा है। इस तापमान को बढ़ने से रोकने के लिये हमें पेड़-पौंधे लगाने तथा उनका संरक्षण करने पर अधिक से अधिक जोर देनेा होगा तथा इस कार्य में आपदा मित्रों का भी सहयोग लिया जाये। उन्होंने कहा कि आज हमें संकल्प लेना है कि हम अधिक से अधिक पेड़ लगाकर उनका संरक्षण भी करेंगे। पेड़ों का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि हमें अन्य प्रकार के पेड़-पौंधे लगाने के साथ ही फलदार पौंधों को भी अधिक से अधिक मात्रा में लगाने पर विचार करना चाहिये, जिससे युवा पीढ़ी को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्राप्त हो सकें। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये ग्रीनमैन विजयपाल बघेल ने हरेला पर्व की शुभकामनायें देते हुये कहा कि हरेला पर्व अब केवल उत्तराखण्ड का ही पर्व नहीं बल्कि पूरे देश का पर्व बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने यू0एन0 को प्रस्ताव भेजा है कि हरेला पर्व को पूरे विश्व में पेड़ दिवस के रूप में मनाया जाये। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) पी0एल0 शाह, एसडीएम पूरण सिंह राणा, सचिव एचआरडीए उत्तम सिंह चैहान, पीडी के0एन0 तिवारी, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 मनीष दत्त, डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी, सचिव रेडक्रास डाॅ0 नरेश चैधरी, अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी अविनाश भदौरिया, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ0 योगेश शर्मा, जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश सिंह यादव, लीड बैंक मैनेजर संजय सन्त, समाज कल्याण अधिकारी टी0आर0 मलेठा, मुख्य उद्यान अधिकारी ओम प्रकाश, आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा रावत, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुश्री सुलेखा सहगल, डीओपीआरडी मुकेश भट्ट, बीईंग भागीरथी से शिखर पालीवाल सहित बड़ी संख्या में प्रकृति प्रेमी, स्वयंसेवी संस्थाओं, जवानों तथा उनके परिजनों ने सीआईएसएफ कैम्पस बीएचईएल में वृहद पौंधा रोपण किया।