सम्पादक :- दीपक मदान
डॉ श्रीगोपाल नारसन एडवोकेट
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के आबू स्तिथ शांतिवन परिसर में आयोजित नेशनल मीडिया कांफ्रेंस के उदघाटन सत्र में उत्तराखंड से गए वरिष्ठ पत्रकार श्रीगोपाल नारसन की पुस्तक ‘विविधताओं का शहर रुड़की ‘ का विमोचन ब्रह्माकुमारीज संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके निर्मला दीदी,ब्रह्माकुमारीज मिडियाविंग के चेयरपर्सन बीके करुणा भाई,कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ मान सिंह परमार,भारतीय जनसंचार संस्थान नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक एवं वर्तमान में माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ संजय द्विवेदी, ज्ञानामृत पत्रिका के मुख्य संपादक बीके आत्म प्रकाश भाई,ब्रह्माकुमारीज मिडियाविंग कांफ्रेंस संयोजक बीके शांतनु भाई व जयपुर से आई बीके चंद्रकला बहन ने संयुक्त रूप से किया।कांफ्रेंस में विश्व शांति व सदभावना के लिए मीडिया को आध्यात्म से जोड़ने और पत्रकारों को राजयोग अभ्यास कराकर उन्हें तनावमुक्ति का मार्ग भी बताया गया है।कांफ्रेंस विषय “वैश्विक शांति एवं सद्भावना के लिए सशक्त मीडिया” पर अपने अपने ढंग से वक्ताओं ने विचार व्यक्त किये। 1500 से अधिक मीडिया कर्मियों की राष्ट्रीय मीडिया मौजूदगी के बीच पत्रकारों को नकारात्मकता को दूर कर सकारात्मक पत्रकारिता अपनाने की सीख दी गई,साथ ही पत्रकारों के मानसिक दबाव को राजयोग के अभ्यास के माध्यम से कम करने की भी युक्ति समझाई गई। पत्रकारों को मूल्यनिष्ठ ,कर्तव्यनिष्ठ व चरित्रवान बनाने के लिए समय समय पर इस तरह के आयोजन कर मीडिया जगत में सच परोसने पर जोर दिया गया।ब्रह्माकुमारीज मीडियाविंग के मुख्यालय समन्वयक बीके शांतनु भाई के संयोजन में देशभर से चुनिंदा पत्रकारो,मीडिया प्राध्यापको व संस्थान प्रमुखों के माध्यम से मीडिया की वर्तमान दशा व दिशा पर चिंतन इस मीडिया कांफ्रेंस के माध्यम से किया जा रहा है।ब्रह्माकुमारीज मीडियाविंग के चेयरपर्सन बीके करुणा भाई माना कि मीडिया अपनी सार्थक जिम्मेदारी निभा रहा है और विचलित हुए बिना राष्ट्रीय व सामाजिक सरोकारों को आमजन के सामने लाने में मीडिया का अहम योगदान है। ब्रह्माकुमारीज संस्थान भी पत्रकारिता के विभिन्न माध्यमों को आध्यात्मिकता से जोड़कर देश विदेश के पत्रकारों को मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता के लिए प्रशिक्षित करने का काम कर रहा है।मीडिया कांफ्रेंस में प्रोफेसर संजय द्विवेदी व डॉ मान सिंह परमार ने मीडिया के माध्यम से परोसे जा रहे सत्य की सारगर्भित विवेचना की और देश की अर्थव्यवस्था, चुनाव, राजनीति व मीडिया की स्वतंत्रता को भी रेखांकित किया जाता है। साथ ही पत्रकारिता की चुनोतियो पर भी अपने विचार व्यक्त किये। कांफ्रेंस में मिडिया पर आए संकट को भी परिभाषित किया गया। ब्रह्माकुमारीज मीडियाविंग के नेशनल कोर्डिनेटर बीके सुशांत ने पत्रकारों के आध्यात्मिक उत्थान पर जोर दिया ,उनका कहना है कि देश और समाज को उन्नत करने के लिए आध्यात्मिक व मानवीय मूल्यो को समझना व उनपर चलना जरूरी है। मीडिया में अपेक्षित सुधार के लिए ब्रह्माकुमारीज द्वारा आयोजित हो रही मीडिया कांफ्रेंस आज के समय की सबसे ज्यादा आवश्यता है।ब्रह्माकुमारीज मिडियविंग मुख्यालय समन्वयक बीके शांतनु मानते है कि हमे अच्छी सोच पैदा करनी होगी ,तभी हम मीडिया को अच्छा बना सकते है।मीडिया में आये दिन हो रहे बदलाव और उसके प्रभाव को लेकर भी इस सम्मेलन में चर्चा हुई।इस तरह की कांफ्रेंस के बाद पत्रकार अपने समाचार के माध्यम से समाज में आशा जगाने वाली सकारात्मक खबरों को प्रस्तुत करने की पहल भी ब्रह्माकुमारीज से प्रेरित होकर करते है। इससे मीडिया समाज को अच्छी खबरे परोस सकता है। ब्रह्माकुमारीज के पवित्र वातावरण में आकर कांफ्रेंस में आए पत्रकारों को भी पवित्रता की अनुभूति हो रही है और उन्हें असीम शांति मिल रही है। इस संस्थान की मीडिया कांफ्रेंस में भाग लेकर व राजयोग का नियमित अभ्यास करके बड़ी संख्या में पत्रकारों के अंदर सकारात्मक बदलाव आ रहे है,जिससे पत्रकारिता में सकारात्मक बदलाव आया है।इस मीडिया कांफ्रेंस में फिल्मसिटी मुंबई के मैनेजर रहे ओमवीर सैनी,प्रोफेसर सोमनाथ वडनरे, डॉ पर्मेद्र देशवाल, अनिल पुंडीर, केपी चंदेल,प्रेस कौंसिल ऑफ इंडिया की सदस्य आरती त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।ब्रह्माकुमारीज महासचिव राजयोगी निर्वेर भाई ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पत्रकारों को उनके मिशनरी पथ पर चलने , देश -समाज व आध्यात्मिकता के प्रति चिंतक के रूप में अच्छा परोसने के लिए शुभकामनाएं दी।