सम्पादक :- दीपक मदान
रुड़की।सूत्रों के मुताबिक निवर्तमान मेयर गौरव गोयल को शासन से क्लीन चिट मिलने के बाद एक और राहत मिलने जा रही है।यह राहत उन्हें वॉइस रिकॉर्डिंग के मामले में है,जिसमें नगर के सुबोध गुप्ता नामक व्यक्ति द्वारा जनवरी वर्ष-2022 में सिविल लाइन कोतवाली में तत्कालीन मेयर गौरव गोयल के खिलाफ वॉइस रिकॉर्डिंग का एक मुकदमा दर्ज कराया था,जिसमें गौरव गोयल की वॉइस रिकॉर्डिंग को लेकर पुलिस द्वारा सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच की गई।इस जांच के उपरांत मार्च वर्ष-2023 को पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट लगाकर संपूर्ण पत्रावली न्यायालय में प्रस्तुत की।सूत्रों के अनुसार इस जांच में सुबोध गुप्ता नामक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराया गया मुकद्दमा पूरे तरीके से निराधार और झूठा पाया गया।निवर्तमान मेयर गौरव गोयल पर दर्ज कराए गए झूठे मुकद्दमे को लेकर जो जांच सामने आई है उसमें गौरव गोयल को पूरे तरीके से निर्दोष पाया गया है।इस मामले में हुई निष्पक्ष जांच को गौरव गोयल के समर्थकों द्वारा एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है,वहीं दूसरी ओर निवर्तमान मेयर गौरव गोयल का कहना है उन पर सुबोध गुप्ता नामक व्यक्ति द्वारा लगाये गये झूठे आरोप के मामले में ये जांच झूठी साबित हुई है और सत्य की एक बार फिर जीत हुई है।उन्होंने कहा कि उन्हें लगातार राजनीतिक षड्यंत्र के तहत झूठे केसों में फंसाया जाता रहा,किंतु सभी मामलों में वह निर्दोष साबित हुए हैं और देश की न्यायपालिका तथा पुलिस स्तर पर हुई निष्पक्ष से वे पूरी तरह संतुष्ट हैं।उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर उन्हें समाज में जो मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ी है वह शब्दों में बयां नहीं की जा सकती।निश्चित रूप से उनकी मानहानि हुई है,जिसके लिए वह बहुत शीघ्र ही सुबोध गुप्ता नामक व्यक्ति के खिलाफ वे ठोस कानूनी कार्रवाई करने वाले हैं।सभी मामलों में लगातार गौरव गोयल को राहत मिलने के बाद एक बार फिर नगर की जनता में उनकी साफ-सुथरी छवि उभरी है और जनता की सहानुभूति उनके पक्ष में दिखाई पड़ रही है,जिससे विरोधियों के झूठे मंसूबो पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है।