सम्पादक :- दीपक मदान
दिनांक: 18-10-23 से 20-10-23 तक पुलिस लाइन देहरादून में उत्तराखण्ड प्रादेशिक अन्तर आर0टी0सी0 पुलिस एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2023 का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड महोदय द्वारा किया गया था। तीन दिन तक चली उक्त प्रतियोगिता में देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर सहित पूरे प्रदेश में विभिन्न जनपदो/इकाईयों में प्रशिक्षाणाधीन आरटीसी की कुल 10 टीमों के 470 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त प्रतियोगिता के दौरान पुरूष वर्ग की 23 तथा महिला वर्ग की 20 प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया गया। जिनमे 100 मीटर 400 मीटर, 800 मीटर, 1500 मीटर, 3000 मीटर, 5000 मीटर, 10 किलो मीटर दौड, डिस्कस थ्रो, जैवलिन थ्रो, लम्बी कूद, हाई जम्प, शार्ट पुट, पोल वाल्ट, 100, 400 मीटर रिले रेस आदी प्रतियोगिताए सम्पन्न कराई गयी। प्रतियोगिता का समापन आज दिनांक: 20-10-23 को मुख्य अतिथि वी0 मुरूगेशन अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस दूरसंचार महोदय द्वारा किया गया। समापन कार्यक्रम में दौरान अपनी-अपनी प्रतिस्पर्धाओं में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते हुए प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागियो को उपस्थित अधिकारियो द्वारा पुरूस्कृत किया गया। तीन दिन तक चली उक्त प्रतियोगिता में सभी प्रतिस्पर्धाओं में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते हुए पुरूष वर्ग में आरटीसी 46 वीं वाहिनी पीएसी की टीम द्वारा प्रथम स्थान, आरटीसी एसडीआरएफ की टीम द्वारा द्वितीय स्थान प्राप्त किया गया। महिला वर्ग में आरटीसी 31 वीं वाहिनी प्रथम तथा आरटीसी हरिद्वार द्वारा द्वितीय स्थान प्राप्त किया गया।समापन समारोह के दौरान करन सिंह नगन्याल पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र, जन्मेजय खण्डूरी सचिव उत्तराखण्ड पुलिस स्पोर्टस कंट्रोल बोर्ड/डीआईजी पीएसी मुख्यालय, बरिंदरजीत सिंह पुलिस उपमहानिरीक्षक प्रशिक्षण, राजकुमार नेगी पुलिस उपमहानिरीक्षक आरटीसी उत्तराखण्ड, अजय सिंह आयोजन सचिव/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून व अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। वर्तमान परिदृश्य में कर्तव्य पालन के दौरान पुलिसकर्मियों को कई प्रकार की चुनौतियां का सामना करना पडता है, जिसके लिये प्रत्येक कर्मचारी को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ एवं सुदृढ होना आवश्यक है और इसके लिये खेल सबसे उपयुक्त माध्यम है। वर्तमान में ऐसे कई उदाहरण हमारे समक्ष आये हैं, जिसमें पुलिस विभाग ही नहीं वरन अन्य विभागों से भी खिलाडियों द्वारा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय पटलों पर अपनी छाप छोडी है। इस प्रकार की प्रतियोगिताओं को आयोजित कराने का मूल उद्देश्य ऐसी प्रतिभाओ को आगे लाना हैं।