सम्पादक :- दीपक मदान
हरिद्वार: मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को विकास भवन रोशनाबाद सभागार में आपरेशन मुक्ति के अन्तर्गत बाल श्रम, बाल विवाह एवं बाल भिक्षावृत्ति के सम्बन्ध में गठित समिति की एक बैठक आयोजित हुई।
मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन को बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी अविनाश भदौरिया ने आपरेशन मुक्ति के अन्तर्गत बाल श्रम, बाल विवाह एवं बाल भिक्षावृत्ति आदि के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने स्ट्रीट चिल्ड्रन के कल्याणार्थ क्या-क्या कार्य किये जा रहे हैं, के सम्बन्ध में पूछा तो अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के कई बच्चों को विभिन्न स्कूलों में प्रवेश दिलाया गया है। इस पर उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों का पूरा डॉटाबेस हमारे पास होना चाहिये, जिसके आधार पर उनका सत्यापन किया जाये, जिससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि ये बच्चे किन-किन क्षेत्रों से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में ऐसे बच्चे चिह्नित होते हैं, खासकर उन क्षेेत्रों के स्कूलों में विभिन्न प्रकार की रचनात्मक गतिविधियां आयोजित कर बच्चों को ईनाम के रूप में बच्चों से सम्बन्धित वस्तुओं का वितरण किया जाये ताकि उस क्षेत्र में रहने वाले स्कूल न जाने वाले बच्चे भी आकर्षित होकर स्कूल की ओर अपना रूख करें। बैठक में उन्होंने ये भी निर्देश दिये कि ऐसे बच्चों के अभिभावकों से भी सम्पर्क स्थापित किया जाये तथा एक पखवाड़े के अन्तराल में उनकी काउन्सिलिंग करने के लिये संयुक्त अभियान चलाने के साथ ही सम्बन्धित क्षेत्र के उप जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, व्यापारियों, मन्दिरों के पुजारियों आदि सम्बन्धितों की एक बैठक भी आयोजित की जाये। मुख्य विकास अधिकारी ने बैठक में बच्चों के अधिकारों के सम्बन्ध में और क्या -क्या कार्य किये जा रहे हैं, के सम्बन्ध में पूछे जाने पर जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि ग्राम स्तर पर बाल अधिकारों के लिये ग्राम समितियों का गठन किया जा रहा है, जिनमें से जनपद के कई गांवों में समितियों का गठन कर दिया गया है, शेष सभी में जल्दी ही ग्राम समितियों का गठन कर दिया जायेगा।
बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि बाल श्रम, बाल विवाह एवं बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम के लिये गठित टास्क फोर्स जब विभिन्न क्षेत्रों में रेस्क्यू हेतु पहुंचती है तो कुछ लोग, जिनके हित इन बच्चों से जुड़े होते हैं, वे इसका विरोध करते हैं। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिये कि टास्क फोर्स में राजस्व तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों को भी शामिल करें। अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी कि आपरेशन मुक्ति के समय जिन बच्चों का रेस्क्ूय किया जाता है, उनके पास अभिलेख न होने की वजह से भी दिक्कत आती है। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिये कि ऐसे बच्चों का विवरण तैयार कर लें तथा ये बच्चे जहां से भी सम्बन्ध रखते होंगे, इस सन्दर्भ में वहां के प्रशासन से इनके बारे में जानकारी साझा की जायेगी। इस अवसर पर एसडीएम सदर अजय वीर सिंह, एसडीएम लक्सर गोपाल चौहान, एसडीएम भगवानपुर जितेन्द्र कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 मनीष दत्त, मुख्य शिक्षा अधिकारी के0के0 गुप्ता, लीड बैंक मैनेजर संजय सन्त, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सुलेखा सहगल, श्रम प्रवर्तन अधिकारी सुश्री मीनाक्षी भट्ट, नोडल अधिकारी ऑपरेशन मुक्ति, प्रतिनिधि जिला बाल कल्याण समिति सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।