सम्पादक :- दीपक मदान
गोपाल किरन समाज सेवी संस्था द्वारा शिमला के गेयटी थियेटर कान्फ्रेस हाल में अन्तर्राष्ट्रीय शोध सेमीनार एवं एवार्ड समारोह का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम का प्रारम्भ संविधान की प्रस्तावना बाचन से हुआ । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रकाश सिंह निमराजे ने की । अपने संस्था की गतिविधियों की जानकारी देते हुए कहा कि सामाजिक न्याय और नागरिक कार्रवाई ही गोपाल किरन समाजसेवी संस्था परिवार है ,जो लोगों को जीवन और मुद्दों के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा करने के लिए एक साथ आने के लिए एक मंच देने की बात करता है_, चाहे वह गरीबी उन्मूलन, हाशिए पर, सांप्रदायिक मुद्दे, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, विकलांगता,
जलवायु परिवर्तन, आदि के बारे में हो। स्वर्णिम संस्कार का अधिकार सभी कलाकारों को सामाजिक न्याय के लिए नागरिकों के कार्यों को पहचानने, प्रोत्साहित करने, जश्न मनाने और प्रेरित करने के लिए दिया गया है। हमें वास्तविक जीवन के गुमनाम नायकों को पहचानने की जरूरत है जो मानते हैं कि ‘अंधेरे को कोसने की तुलना में आत्मज्ञान का प्रकाश बेहतर है’ और “वह बदलाव लाने के लिए जो वे इस दुनिया में देखना चाहते हैं” अतिरिक्त प्रयास किए हैं। इस अवसर पर आंबेडकरवादी साहित्य-एक चिंतन, हमारे रिश्ते पुस्तक का विमोचन किया गया। कार्यकम का उद्घाटन सूर्यकांत शर्मा ने किया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक गोयल (आई पी एस) पुलिस महानिरीक्षक, विशेष अतिथि डॉ. प्रतिभा प्रसाद, एसोसिएट प्रोफेसर, पश्चिम बंगाल, चंदना जैन (,प्रोफ़ेसर और छात्र परिषद निर्देशक, बैंगलोर),
अनंतराम कश्यप (उपाध्यक्ष जनपद पंचायत) रहे। कार्यक्रम के गुख्य वक्ता डा० बी. पी.अशोक (आई पी एस) रहे। कार्यक्रम के प्रथम व्याख्यान सत्र में वित्तीय नियोजन एवं वित्तीय सशक्तिकरण के मुख्य वक्ता सूर्यकान्त शर्मा (वरिष्ठ सलाहकार ए.एम.एफ.आई एवं भूतपूर्व डी जी. एम. सेबी) ने भारत के विभिन्न राज्यों के आये प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गरीब होना अभिशाप नही है। आप कुशल वित्तीय प्रबंधन से गरीबी से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं। सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त कर प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं। म्यूचुअल फंड के बारे में विस्तार से जानकारी दी । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक गोयल (IPS) ने कहा कि सामाजिक जागरूकता में समाज सेवी संस्थाओ की महत्वपूर्ण भूमिका है। आप सभी का राष्ट्र की प्रगति में अतुलनीय योगदान है । सभी वृक्षारोपण पर ध्यान दें। कंप्यूटर का ज्ञान जन जन तक पहुंचे आज के समय पर कंप्यूटर सीखना सिखाना आवश्यक है । जलवायु परिवर्तन के पर मुख्य वक्ता डा. बी. पी. अशोक (आई. पी.एस.) ने कहां कि सभी लोग संकल्पित हो कि उपहार स्वरूप एक दूसरे को पौधा भेंट करे । जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणाम से बचने के लिए उपाय करने होंगे। जल संरक्षण करना होगा। ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाना होगा। विशिष्ट अतिथि अनन्तराम कश्यय जनपद उपाध्यक्ष वस्तर ने कहा कि मैं सदैव लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहता हूँ। हमारे क्षेत्र में बहुत सामाजिक बदलाव हुए है। आज के कार्यक्रम में आने से मेरे ज्ञान में वृद्धि हुई । फातिमा शेख एजुकेशन आईकान एवार्ड से सम्मानित फिल्म अभिनेता आरिफ़ शहडोली ने कार्यक्रम का करते हुए कहा कि समाज ने हमें दिया है हमें समाज को वापस करना चाहिए । हम जिसकी जितनी मदद कर सके अपने क्षमता अनुसार करनी चाहिए। सुल्तानपुर उ प्र से पधारे शिक्षक साहित्यकार हरिनाथ शुक्ल हरि के स्वागत गीत एवं संस्था को समर्पित ग़ज़ल
“गोपाल किरण संस्था सचमुच महान है,
चौतरफा जिंदगी में इसका योगदान है, द्वारा कार्यक्रम का विधिवत आगाज हुआ। झांसी से पधारे माता प्रसाद शाक्य जी की भारत रत्न, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी के समग्र जीवन वृत्त पर आरिफ़ शहडोली निर्देशित एवं लिखित एकल नाट्यप्रस्तुति ज्ञान की मशाल ने सबका मन मोह लिया। सुरेश चंद्र आर्य ने लोक नृत्य प्रस्तुति पर लोग वाह वाह कर उठे। कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव ने ऐतिहासिक आयोजन की रूपरेखा एवं सफल समापन पर खुशी जाहिर करते हुए सभी आगंतुकों एवं आयोजक मंडल का हृदय से आभार ज्ञापित किया। वर्षा कुमारी शोधार्थी बिहार ने सरहपा कवि पर अपना शोध प्रस्तुत किया । अर्चना रानी-जोनपुर महिला प्रकोष्ठ संयोजक ,जुगल किशोर जम्मू कश्मीर डॉ.प्रतिभा प्रसाद , (सहायक प्रोफसर, पश्चिम बंगाल),प्रणीत सुशील गुरुग्राम,
अनिल कुमार दुबे जी, प्राचार्य डाइट, (दतिया ), लछिन्धर नाग, दरभा बस्तर, मीन रवि, मोहन सिंह भोपाल, भगवान भाई सोलंकी (सोमनाथ), जुगल किशोर जम्मू आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। अतिथियों का स्वागत हिमाचल रीती रिवाज के अनुसार किया गया।