सम्पादक :- दीपक मदान
हरिद्वार।राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण तथा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा नव चयनित परा विधिक कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सभागार में हुआ। इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर जिला न्यायाधीश प्रशांत जोशी ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नए विधिक कार्यकर्ताओ पर कई सारी जिम्मेदारी का बोझ है, साथ ही ये इनका कर्तव्य भी है, कि वह निर्धन , शोषित, वंचित और समाज के पिछड़े वर्ग को न्याय दिलाने के लिए अभियान स्वरूप अपना कार्य करे।उन्होंने कहा कि सभी नए वॉलिंटियर्स को मेरी शुभकामनाएं की और मैं आशा करता हूं कि यह सभी जरूरतमंद लोगों को न्याय दिलाने के लिए तत्पर रहेंगे।इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर ने कहा कि पेरा लीगल विलंटियर्स की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह निस्वार्थ भाव से आमजन को कानूनी सलाह और सहायता प्रदान करें। जिसकी वर्तमान समय में सख्त आवश्यकता भी है क्योंकि देश का संविधान समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए समान न्याय का प्रावधान रखना है। इस माह के एक्शन प्लान के बारे में बताता गया और क्षेत्र में प्रचार प्रसार के करने हेतु निर्देशित किया गया तथा आगामी 21अगस्त को विश्व वरिष्ट नागरिक दिवस के बारे में भी जागरूक करने के लिए कहा गया। इस दौरान के चीफ लीगल डिफेंस काउंसिल सुधीर त्यागी तथा असिस्टेंट डिफेंस काउंसलिंग रजिया अख्तर ने नए कानून की भी विस्तार से जानकारी दी और बताया कि नए और पुराने कानों में कौन से मूलचूल परिवर्तन किए गए हैं इस दौरान रिटेनर एडवोकेट रमन सैनी के द्वारा विधिक सेवा प्राधिकरण अधीनियम 1987 व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों और प्रावधानों को प्रमुखता से बताया गया।इस दौरान भावना धरामी, अरुण कश्यप, दिशा शर्मा, कोमल, बालेंद्र, नजाकत, अनिल कुमार आदि करीब तीन दर्जन से ज्यादा पेरा लीगल वोलंटियर्स उपस्थित रहे।