सम्पादक :- दीपक मदान
दिनांक 22 नवंबर, 2024 की सर्द रात्रि को साधु रविंद्र कटारिया निवासी गुड़गांव हरियाणा श्री बद्रीनाथ से हरिद्वार की ओर जा रहे थे। कस्बा ज्योतिर्मठ में रात होने व ठहरने की कोई व्यवस्था न होने के कारण ठंड भरी रात में वे सड़क के किनारे ही विश्राम करने के लिए रूक गए।
रात्रि चीता ड्यूटी पर तैनात रि0आ0 विजय सिंह की नजर गहन ठंड से कांपते साधु पर पड़ी तो उनका दिल पसीज गया और वह समझ गए कि इस अत्यधिक ठंड में साधु की हालत बिगड़ सकती है, उन्होने मानवता का परिचय देते हुए बिना समय बर्बाद किए अपने कमरे से अपना स्लीपिंग बैग लाकर साधु को दान किया। स्लीपिंग बैग की गर्माहट से साधु को राहत मिली और उन्होंने पुलिसकर्मी की दयालुता के लिए उनका कोटि-कोटि आभार प्रकट किया। पुलिसकर्मी की मानवीयता और कर्तव्य के प्रति उनके समर्पण ने मानव समाज के लिए एक प्रेरणा का कार्य किया, उन्होंने न केवल एक ऐसे व्यक्ति की मदद की जो जरूरतमंद था बल्कि यह भी याद दिलाया कि भले ही हम अपने कार्यों में कितने भी व्यस्त क्यों न हों, हमें कभी भी दूसरों की सहायता करने से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए व हमेशा मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पालन करना चाहिए। इस तरह की छोटी-छोटी मददें ही समाज में बदलाव लाने का कार्य करती हैं और उन लोगों के लिए एक बड़ी उम्मीद बन जाती हैं, जो कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं।