सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने का महापर्व मकर संक्रांति यानि खिचड़ी का त्योहार। लोग पुण्यकाल में सुबह से ही पवित्र नदियों और अपने घरों पर स्नान, सूर्य उपासना, जप, अनुष्ठान, दान दक्षिणा करते हैं।
मकर संक्रांति के साथ ही खरमास भी समाप्त हो जा जाता है और मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। महाकुंभ का शुभारंभ होने से इस बार सनातनियों में मकर संक्रांति पर्व की महत्त्वता बढ़ गई है। मकर संक्रांति का पर्व बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। मकर राशि के सूर्य होने पर तिल खाना शुभ होता है। मकर संक्रांति पर स्नान व दान का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन गंगा स्नान को काफी शुभ माना गया।