हिंदुस्तान दर्पण न्यूज़ 24
संपादक दीपक मदान
भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी 2022 से कपड़े पर 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत किया जा रहा है जो कि न्यायोचित नही है क्योंकि आम आदमी पहले से ही कोरोनाकाल के कारण आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है ।
इसमें बढ़ोतरी के बाद आम इंसान की और कमर टूट जायेगी।
सरकार को अपने खर्चो पर लगाम लगानी चाहिए न कि आम जनमानस पर करो का बोझ बढ़ाती रहे ।
एक और वर्तमान समय में सभी वर्ग आर्थिक तंगी से जूझ रहे है तो दूसरी और सरकार करो में बढ़ोतरी कर दैनिक जीवन जीना भी दुशवार कर रही है रोटी, मकान पहले से ही महंगे है अब तन ढकने के कपड़ो को महंगा किया जा रहा है ।
समस्त व्यापारी वर्ग इसका घोर विरोध करता है यदि जल्द ही सरकार ने यह तुग़लकी फरमान वापस नही लिया तो आम जनमानस को साथ लेकर इसका विरोध किया जाएगा ।
निवेदक – आशीष मेहता, ज्वालापुर