संपादक दीपक मदान
रूड़की।रमज़ान के आखरी अशरह (दस दिन) में तेज़ गर्मी के बावजूद छोटे बच्चे भी रोज़े रख रहे हैं।मोहल्ला सोत निवासी 11 वर्षीय सैयद मोहम्मद शानिफ़ ने पहला रोज़ा रखा और अपने मित्र बच्चों की दावत की,जिसमें उसके कई हिन्दू सहपाठी भी शामिल हुए।शानिफ़ आज के रोज़े पर बहुत खुश है।
शानिफ़ की माता शीबा फराह,जो कि एक सरकारी स्कूल में टीचर है ने बताया कि पिछले कई सप्ताह से उनका बेटा पहला रोज़ा रखने की इच्छा जाहिर कर रहा था,मगर तेज़ गर्मी के कारण हमने इजाज़त नहीं दी।बाद में शानिफ़ की ज़िद और खाव्हिश के आगे उसको रोज़े की अनुमति दी।सैयद शानिफ़ के पिता पीरान कलियर दरगाह वक्फ बोर्ड में तैनात है तथा अपने पुत्र के पहले रोज़े पर खुशी का इज़हार कर रहे हैं।उत्तराखंड उर्दू अकादमी के पूर्व चैयरमेन व अंतरराष्ट्रीय शायर अफ़ज़ल मंगलौरी,सोत क्लब के सचिव वसीम सिद्दीकी,इमरान देशभक्त,सैयद नफीसुल हसन आदि ने बधाई दी है।